- डा0 निशंक ने बनाया इतिहास (अनीता वर्मा)
भारतीय संससदीय इतिहास में बहुत ही कम क्षण ऐसे आये होंगे जब किसी विधेयक पर सबने समर्थन में बोले हो भारत की संसद में ऐसा ही इतिहास लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में कर्मठ लोकप्रिय मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल "निशंक " जी ने संसद में पेश किया 03 केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बनाने के विधेयक पेश कर बनाया।
बहुत कम बार ऐसा होता है कि किसी बिल पर सबका समर्थन मिले हाल में ही मानव संसाधन विकास मंत्री जी द्वारा तीन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों बनाने का बिल लोकसभा में प्रस्तुत किया गया तो सभी 28 सदस्यों ने बिल के समर्थन में भाषण दिया l पार्टी, क्षेत्र, धर्म से ऊपर उठकर सभी माननीयों ने बिल का जोरदार समर्थन करते हुये संस्कृत शिक्षा उन्नयन,शोध,नवाचार के माध्यम से संस्कृत शिक्षण के उत्थान का आग्रह किया. संस्कृत शिक्षा के साथ क्षेत्रीय भाषाओ को सशक्त करने की मांग की गयी.
केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनने पर ये सभी विश्वविद्यालय अपने संसाधनों को अधिक विकासशील एवं विश्वस्तरीय बनाने में सक्षम होंगे, विश्व स्तर के अन्य विश्वविद्यालयों के साथ विनिमय कार्यक्रम प्रवर्तित कर सकेंगे। परम्परागत एवं आधुनिक शैक्षणिक गतिविधियों को एक परिसर तक सीमित न रखकर इसे बृहद् रूप में आवश्यकतानुसार सम्बद्धता प्रदान करते हुए अन्य महाविद्यालयों के माध्यम से संस्कृत के प्रचार-प्रसार में पूर्ण रूप से सक्षम होंगे। ये विश्वविद्यालयों परम्परागत भारतीय उच्चतर शिक्षा और आधुनिक शिक्षा के मध्य सामंजस्य स्थापित कर नवाचार के माध्यम से उस ज्ञान का उपयोग आधुनिक मानव समाज के लिए उपयोगी ज्ञान को निष्पादित करेंगे.
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