हरिद्वार की शख्सियत ओ पी बंसल


  • हरिद्वार की समाजसेवी शख्सियत ओ पी बंसल 


गंगा माता चैरिटेबल आई हास्पिटल की 25 वर्षो तक सेवा कर हास्पिटल को सेवा चिकित्सा के क्षेत्र में शिखर पहुंचाया


हरिद्वार में 1995 में छोटे से स्थान से शुरू हुआ गंगा माता आई हास्पिटल नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में जिला हरिद्वार ही नहीं अपितु उत्तराखंड में एक विशेष स्थान रखता है जिसमें नेत्र के हर प्रकार के रोगो का इलाज होता है गंगा माता आई हास्पिटल को चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में शिखर तक पहुंचाने का श्रेय गंगा माता चैरिटेबल आई हास्पिटल के संस्थापक ट्रस्टी और 25 वर्षो तक सचिव के रूप में सेवा देने वाले ओ पी बंसल को जाता है जिन्होंने स्व0 लब्बू राम गोयल के सहयोगी के रूप में सेवा कार्य शुरु करने के पश्चात कुछ वर्षो के बाद सचिव के रूप में कार्य करते हुए हास्पिटल को अंधता निवारण के क्षेत्र में जनपद हरिद्वार ही नहीं अपितु उत्तराखंड में विशेष पहचान दिलवाई। गंगा माता आई हास्पिटल के निशुल्क नेत्र चिकित्सा और मोतियाबिंद के आपरेशन के फ्री मैडिकल कैम्पो का विस्तार जनपद हरिद्वार के भगवान पुर, रूडकी, नारसन, आदि विकास खंडो तक तथा उ0प्र0 के जिला बिजनौर तक हुआ जिसके परिणाम स्वरूप गंगा माता आई हास्पिटल की ख्याति गाँव, देहात में बढी और प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज करवाने हास्पिटल आने लगे और इसका सारा श्रेय गंगा माता चैरिटेबल आई हास्पिटल के सचिव ओपी बंसल के चुस्त प्रबंधन और निष्ठा को जाता है अपने 25 वर्षो के सेवाकाल में पाई गयी उपल्बधियो, कार्यो का सारा श्रेय ओपी बंसल ईश्वर को देते है जिन्होंने ने उन्हें मानव मात्र की सेवा का अवसर प्रदान किया। उन्हों ने बताया कि दो कमरो के हास्पिटल से विशाल आई हास्पिटल, डेंटल विंग की स्थापना, आँखों की सम्पूर्ण जाँच के लिए लाखो रुपये की आधुनिक मशीनो, कुशल चिकित्सको, पेरामैडिकल स्टाफ की गुणवत्ता, मरीजो की सेवा को ईश्वरीय सेवा मानकर करने के जनून ने ही गंगा माता आई हास्पिटल को चिकित्सा सेवा के क्षेत्र मे अग्रणी संस्था बनाया, उन्हों ने गंगा माता चैरिटेबल आई हास्पिटल की सफलता में ट्रस्टीयो और दानदाताओ के योगदान को मिल का पत्थर बताते हुए कहा कि यदि सेवा कार्य निष्ठा, ईमानदारी और पारर्शिता के साथ किये जाऐ तो संसाधनों का अभाव कोई मायने नहीं रखता, आप के सेवा कार्यो से प्रभावित सैकड़ों भामा शाह संसाधन लेकर आपके साथ खड़े हों जाते है और सेवा का स्वरूप ईश्वरीय कार्य बन कर माधव सेवा का प्रतीक बन कर मानव मात्र के कल्याण का आधार बनता है और यही गंगा माता आई हास्पिटल के साथ हुआ, हमारे सेवा कार्यो से हरिद्वार का संत समाज प्रभावित हुआ, स्वामी कल्याणान देव, जी के आशीर्वाद से प्रारंभ हुआ  संत जनो का आशीर्वाद, रामनिकेतन के महाराज धर्म स्नेही, शांति मंदिर आदि आश्रमो के माध्यम से निशुल्क नेत्र चिकित्सा और मोतियाबिंद के आपरेशन के फ्री कैम्प लगवाऐ जाने लगे जिससे गंगा माता आई हास्पिटल की प्रसिद्धि बढ़ी और साथ ही हमारी जिम्मेदारी भी बढी हमने आँख के रैटिना की जाँच के लिए श्रेष्ठ चिकित्सक और आधुनिक मशीनो की व्यवस्था की जिससे हास्पिटल की सेवाओ का विस्तार हुआ और जनपद हरिद्वार में गंगा माता आई हास्पिटल एक मात्र रेटिना की जाँच और चिकित्सा का केंद्र बना। गंगा माता आई हास्पिटल के सचिव रहे ओपी बंसल ने अपने समस्त प्रसंशको, शुभचिंतकको के प्रति शुभ कामनाऐ प्रदान करते हुए गंगा माता आई हास्पिटल के प्रति मंगलकामनाऐ प्रकट करते हुए कहा कि हास्पिटल सेवा कार्य करते हुए निरंतर आगे बढे।


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