सफलता का मंत्र
*"भाग्य" बारिश का पानी है*
*और*
*"परिश्रम" कुंए का जल,*
*बारिश में नहाना आसान तो है,*
*लेकिन*
*रोज़ नहाने के लिए हम बारिश के सहारे नहीं रह सकते,*
*ठीक इसी प्रकार भाग्य से कभी- कभी चीजें आसानी से मिल तो जाती हैं,*
*किन्तु*
*हमेशा हम भाग्य के सहारे नहीं जी सकते..*
*उसके लिए "पुरुषार्थ" जरूरी है...!!*
*🌷सबका मंगल हो🌷*
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