#स्वदेशीसंदेश
नौकरी नहीं अपना रोजगार कीजिये
युवा अपनी मानसिकता बदलें,रोजगार सामने मिलेगा!
परसों मैं बाल कटवाने के लिए दिल्ली कार्यालय के पीछे ही नाई के पास गया।
रमेश नाई अच्छा परिचित है।बाल कटवाते, मैंने पूछा "यह जो लड़का साथ में काम कर रहा है, तुम्हारा अपना लड़का है?"
रमेश बोला "नहीं!यह मेरा भतीजा है। पर अच्छे से काम करता है।इसको मैं ₹15000, व खाना- पीना अलग, देता हूं।
मैंने पूछा "तुम्हारा अपना लड़का?"
तो थोड़ा सा उदासीन भाव से वह बोला "यही तो दिक्कत है, मेरा लड़का भी इसके बराबर का है। पर उसको यह काम छोटा लगता है। बीए कर गया है। तीस हजारी में एक वकील के पास मुंशी का काम करता है, ₹18000 लेता है।"
"मैंने उसको बड़ा समझाया है,पर उसके समझ नहीं आता।" मैंने पूछा "यह भतीजा भी तो तुम्हारे से 15000 ही लेता है?(कम ही है)"
रमेश बोला "अरे साहब! साल बाद जब यह अपनी दुकान कर लेगा तो बहुत आराम से 70-80 हजार कमा लेगा, मैं भी तो कमाता हूं। पर मेरा लड़का,तो 7- 8 साल बाद भी 25000 से ऊपर नहीं जा पाएगा और नौकर ही बना रहेगा दूसरों के अधीन।"
खैर!मैंने रमेश को लड़के से बातचीत करने के कुछ टिप्स दिए और वापस आते सोचने लगा कि वास्तव में युवा यदि अपना काम करने की सोचें, बजाय नौकरी के, तो वह ज्यादा अच्छा रोज़गार (कमाई)सकते हैं। मानसिकता बदलने की बात है!
क्यों आपका क्या कहना है?
नीचे: उसी अपने दोस्त नाई रमेश के साथ सेल्फी।
No comments:
Post a Comment