डाक्टर है मानवता के रक्षक

👷👮विश्व के सच्चे रक्षक👷👮


वो विश्व के सच्चे रक्षक है,जँहा कोरोना बन कर आया दुनिया का भक्षक जँहा कोरोना  मसूमो को अपना शिकार बना रह है, वंही ये रक्षक उस पीड़ित योद्धा का उत्साह जगा रह है,मूरत ईश्वर की मंदिरो मस्जिदों  में सजी है,वही हर एक जान की आस हमारे सच्चे रक्षकों से जगी है,कंही एक जवान का बेटा उसे घर से जाने से रोकता है,कंही डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बगैर अपने जीवन को उस मौत के साये में झोंकता है,इस महामारी ने तो इंसान को इंसान से अलग कर दिया,इंसनीयत थी ही कंहा पहले जो अब फ़ाशले का दायरा और ज्यादा भर दिया,कंही पहले हालचाल पूछ लिया करते थे, उसकी खैर खबर भी हर किसी को दे दिया करते थे,वंही अब इस न दिखने वाले भक्षक ने सब कुछ कर दिया तबाह,अब किसके यँहा जाए जो दे एक पल के लिये अपने घर मे पनाह,वो माशूम आँखे एक पिता को इतना कमजोर बनाती थी, मगर देश रक्षा का जज्बा उसे नया सार दिखाती थी, वो छोड़ अपने बच्चों को जब फर्ज पर निकलते थे,वो सीने पर रख कर हाथ धीरे धीरे सम्भलते थे,सन्तान प्रेम और  परिवार ने उस पर कई बंदिशें लगाई, मगर राष्ट्र प्रेम और पीड़ित योद्धाओं की जंग में उसने सच्ची भूमिका निभाई,वो ईश्वर के अवतार है जो देश के जनता की नफरत को भी सह लेते है, प्रेम से हँसकर उन्हें भी दो बोल कह देते है,उन्हें अपनी इंसनीयत के आगे बस एक जान दिखती है, आज विस्व नत्मस्तक है इन रक्षकों के आगे जो एक नई पहल सीखती है🙏🚩🙏🚩🙏🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳


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