*कुसुम किसलय कुञ्ज कोकिल,*
*कूकते है फ़ाग में।*
*तन और मन भीगे हुए हैं,*
*प्रेम और अनुराग में।।*
*तन प्रफुल्लित मन प्रफुल्लित,*
*नित नए उत्सर्ग में।*
*ईश् अनुकम्पा बिखेरे,*
*होलिका के पर्व में।।*
गोविंद कृपा परिवार की ओर से आप को सपरिवार रंगपर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं:-संजय वर्मा सम्पादक गोविंद कृपा समाचार पत्र हरिद्वार।
No comments:
Post a Comment