में तो घर पर हूँ और आप ?????
प्रिय मित्रो घर पर ही रहें, सुरक्षित रहें एवम देशहित में योगदान दें।
*वक्त नाजुक है ,*
*संभल कर रहिये ,*
*ये युद्ध थोड़ा अलग है ,*
*अलग थलग रहकर लड़िये।*
*दुश्मन इतना सूक्ष्म है ,*
*जो दिखाई भी नहीं देता ,*
*हराने का अचूक अस्त्र ,*
*हर जगह साफ़ सफाई रखिये।*
*संकट भारी है ,*
*लेकिन गुजर जायेगा ,*
*संयम और धैर्य से ही ,*
*इस दुश्मन को हराया जायेगा।*
*खुद बचेंगे ,*
*दूसरे भी खुदबखुद बचेंगे ,*
*इस लड़ाई में अब ,*
*यत्र सर्वत्र सबका सहयोग रखीये।*
*आप सभी को नवरात्रो की शुभकामनाएं*
साभार ।*राजीव शर्मा*
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