प्रेरक प्रसंग


  • राष्ट्र बचेगा तभी तो धर्म बचेगा

  • जापान एक बौद्ध राष्ट्र है। जापान में एक बार आर्थिक संकट आ गया था तो वहां के बौद्ध धर्म गुरुओं ने सौने की बुद्ध की प्रतिमा को राष्ट्र को आर्थिक संकट से उबरने के लिए समर्पित कर दिया था और कहा था कि राष्ट्र को संकट से उबरना पहली जरूरत है ,प्रतिमा तो फिर भी बन जाएगी। हमारे देश के मंदिरों में 12900 metric टन सोने के अतिरिक्त हीरे जवाहरात व असंख्य नकदी है।जो करीब 100 लाख करोड़ से ज्यादा संपत्ति है।क्या हमारे धर्म गुरु इस संपत्ति को चाहे अस्थाई रूप से ही सही इस राष्ट्रीय व मानवीय महा आपदा से निपटने के लिए राष्ट्र को मानव कल्याण हेतु समर्पित करेंगे?मुझे लगता है कि यह कार्य देश को इस घोर विपत्ति से निपटने के लिए न केवल सहायक होगा बल्कि लोगों के दिलों में उनके प्रति अति सम्मान व श्रद्धा पैदा करेगा।


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