॥क्रान्तिकारी आन्दोलन के जनक कहे जाने वाले *श्री श्याम जी कृष्ण वर्मा* का उनकी पुण्यतिथि(30 मार्च) पर श्रद्धापूर्ण स्मरण॥(पवन आर्य, मिर्ज़ा पुर, हरिद्वार)
🙏🙏🌺🌺
स्वामी दयानंद सरस्वती के प्रिय शिष्य थे श्याम जी कृष्ण वर्मा :-नरेंद्र मोदी
30 मार्च 1930 को जिनेवा के एक अस्पताल में वे अपना नश्वर शरीर त्यागकर चले गये। उनका शव अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों के कारण भारत नहीं लाया जा सका और वहीं उनकी अन्त्येष्टिकर दी गयी।
वर्मा जी का दाह संस्कार करके उनकी अस्थियों को जिनेवा की सेण्ट जॉर्ज सीमेट्री में सुरक्षित रख दिया गया।
*22 अगस्त 2003 को भारत की स्वतन्त्रता के 55 वर्ष बाद* गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने स्विस सरकार से अनुरोध करके जिनेवा से श्यामजी कृष्ण वर्मा की अस्थियों को भारत मँगाया।
बाद मे 16 फरवरी 2016 को अपने इस योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था:- "कुछ लोगो ने धर्म को नष्ट करने की बहुत कोशिश की पर *महर्षि दयानंद सत्यार्थ प्रकाश के रूप में* वो कार्य कर गए की 30 नहीं 40 नहीं हजारो क्रन्तिकारी खड़े कर दिए और धर्म को भी जिन्दा बचाये रखा । *स्वामी जी ने अपने शिष्य श्याम जी कृष्णा वर्मा को विदेश भेज कर विदेश नीति न सिखने को कहा होता तो हम आजाद नहीं हो पाते।"*
*दरअसल वे स्वामी दयानन्द के प्रिय शिष्य मे से एक थे।* 18 वर्ष की उम्र मे वे स्वामी दयानंद द्वारा चलाए जा रहे वेद प्रचार आंदोलन के संपर्क मे आए।
इंग्लैण्ड में भारत के लिए जितनी क्रांति हुई वह श्याम जी कृष्ण वर्मा के ‘‘इण्डिया हाउस’’ से ही हुई।यूरोप में इन्होंने होमरूल सोसायटी की स्थापना की थी। उक्त सोसायटी द्वारा *उच्च शिक्षा प्राप्त भारतीयों को जो अंग्रेजों की नौकरी नहीं करने का वचन देते थे, उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की जाती थी। स्वातन्त्र्य वीर सावरकर और लाला हरदयाल ने उक्त छात्रवृत्ति प्राप्त कर क्रान्तिकारी आन्दोलन को नई दिशा प्रदान की।*
श्यामजी_कृष्ण_वर्मा
कच्छ जाने वाले सभी देशी विदेशी पर्यटकों के लिये उनके जन्म स्थान पर गुजरात सरकार द्वारा विकसित माण्डवी का क्रान्ति-तीर्थ एक उल्लेखनीय पर्यटन स्थल बन चुका है।
पर दुख है की भारत की जनता अपने इस नायक को भूलाती जा रही है।आज हमने उनकी याद कराने का एक छोटा से प्रयास किया।भारत माता की जय ,वैदिक धर्म की जय
कृपया ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
*ऋषि दयानंद का सैनिक*
🚩🔥🌹
No comments:
Post a Comment