त्रिपुरा योग आश्रम के माध्यम से हरिद्वार और पुणे में हो रही हैं मानव सेवा
त्रिपुरा योग आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी अमलानंद महाराज की पावन स्मृति में पुणे में उनकी शिष्या लक्ष्मी सिंह और शिष्य राजन सिंह ,हरिद्वार मे आश्रम की सहयोगी संस्था 'गोविंद कृपा सेवा समिति धर्मार्थ ट्रस्ट 'के माध्यम से जरूरतमंदो को भोजन, राशन वितरित किया जा रहा है
हरिद्वार 21 अप्रैल (संजय वर्मा, सम्पादक, गोविंद कृपा समाचार पत्र, एवं गोविंद कृपा पेज)
संतजन सदैव से अपने शिष्यो और जनमानस का मार्गदर्शन करते रहे हैं, त्रिपुरा योग आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज, की प्रेरणा से विगत 15 दिनो से त्रिपुरा योग आश्रम कनखल के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी अमलानंद महाराज की पावन स्मृति में उनके शिष्य हरिद्वार, दिल्ली, वारणसी, प्रयागराज आदि शहरो में लाक डाउन के चलते जरूरतमंदो को भोजन, राशन, मास्क, सेनिटाइजर, पशुओं को चारा आदि बाँटने का पुनीत कार्य कर रहे हैं, महाराष्ट्र के शहर पुणे में ब्रह्मलीन स्वामी अमलानंद महाराज की शिष्या एडवोकेट लक्ष्मी सिंह, समाजसेवी राजन सिंह गरीब, मजदूरों, घरो में काम करने वाली महिलाओं और छोटे बच्चों को रशान, दूध, बिस्कुट, दवाई, मास्क आदि वितरित कर रहे हैं, वही हरिद्वार मे त्रिपुरा योग आश्रम के प्रबन्धक आचार्य चिंतामणि आस्ट्रेलिया से आऐ स्वामी अमलानंद जी महाराज के शिष्य शशि नायर, सोमा नायर के माध्यम से जरूरतमंदो को आटा, चावल, पका हुआ भोजन वितरित करवा रहे हैं। त्रिपुरा योग आश्रम कनखल हरिद्वार की सहयोगी संस्था 'गोविंद कृपा सेवा समिति धर्मार्थ ट्रस्ट 'के माध्यम से लक्ष्मी राजन सिंह संत जनो, गरीब मजदूरों को भोजन और सूखा राशन बँटवा रही हैं इनसे पूर्व आस्ट्रेलिया निवासी सोमा नायर और शशि नायर ने 'गोविंद कृपा सेवा समिति धर्मार्थ ट्रस्ट ' के माध्यम से हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में सूखा राशन वितरित करवाया था, यंहा यह बताते चले की त्रिपुरा योग आश्रम ट्रस्ट कनखल हरिद्वार के माध्यम से प्रवासी विद्यार्थीयो को संस्कृत की शिक्षा एवं आधुनिक शिक्षा, भोजन, आवास आदि की निशुल्क व्यवस्था की गयी हैं साथ ही देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रीयो के आवास, भोजन, साधना, आदि की व्यवस्था वर्षो से संचालित हो रही हैं। हरिद्वार के अलावा, लाक डाउन के चलते स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज की प्रेरणा से प्रयागराज, वाराणसी, दिल्ली आदि शहरो में भी जनसेवा के कार्य संचालित हो रहे हैं।
No comments:
Post a Comment