प्राचीन परम्पराओ ,जीवन शैली को अपनाना होगा
(अनिल लोहानी)
आज की वैश्विक परिस्थितियों में करोना वायरस एवं सोशल डिस्टेंसिंग के मध्य एक अटूट संबंध है l जैसा कि हम जानते हैं , पूरे विश्व में प्रमुख शोधकर्ताओं एवं डॉक्टरों द्वारा जो निष्कर्ष निकाला है , उसके अनुसार आगामी कुछ वर्षों तक हमको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना पड़ेगा या दूसरे अर्थों में हम यह कह सकते हैं कि हमें अपनी जीवनशैली को बदलना होगा l इस संसार में प्राणी को जीवित रहने के लिए सैकड़ों वर्ष पूर्व हमारे पूर्वजों द्वारा बनाए गए खान- पान , रहन- सहन के नियमों का कड़ाई से पालन करना पड़ेगाl जैसा कि आप लोग आज विभिन्न टीवी चैनलों में देख रहे होंगे कि सनातन धर्म की रीति- रिवाजों खानपान एवं संस्कारों को आज पूरा विश्व औषधि के रूप में प्रयोग कर रहा है l विगत कुछ वर्षों में हम लोग पाश्चात्य शैली की तरफ बहुत ज्यादा आकर्षित हो गए थे l परंतु अब समय आ गया है कि हमें अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित नियमों ,संस्कारों एवं रहन- सहन के तरीकों को का कड़ाई से पालन करना होगा l क्योंकि यही वह तरीके है जिससे हम अपने अंदर की प्रतिरोधक क्षमता को सशक्त बना सकते हैंl जिनमें कुछ बातें जो अक्सर हमारे पूर्वज के द्वारा समय समय पर हमें बताई गई वह इस प्रकार है :-
शुद्ध, शाकाहारी एवं मौसमी फल सब्जियों का प्रयोग करेंl
आंवला ,एलोवेरा ,गिलोय ,काली मिर्च ,लौंग ,दालचीनी, तुलसी व हल्दी का प्रयोग कर बीमारी से लड़ने की अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखेंl
प्राचीन काल से प्रयोग में लाए जाने वाले बर्तन जैसे पीतल कांसा तांबा जोकि प्राकृतिक रूप से वायरस को खत्म करते हैं ,का प्रयोग करना आरंभ करें l
अपने आहार में दूध दही घी की मात्रा पर्याप्त मात्रा में लेंl
योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या का अनिवार्य भाग बनाएंl
जीवन को सुखमय बनाने हेतु हमेशा अपनी क्षमता अनुसार आवश्यक लोगों को कुछ ना कुछ देने की प्रवृत्ति बनाएंl
अक्सर जब हम अपने आसपास के क्षेत्रों में घूमते हैं , तो लोगों से प्राय यह शब्द सुनने को मिलते हैं ,कि आजकल हम घर में ही रह रहे हैं और माननीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई अपील का पूरा पालन कर रहे हैं l परंतु एक कड़वा सच यह भी है जब आपके परिवार का कोई व्यक्ति मुख्यतः बच्चे मैदान में जाकर सबके साथ एक साथ मिलकर खेलते हैं या सुबह भ्रमण हेतु जाते हैं तब वह किसी भी एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आते हैं जो संक्रमित है तो आपके द्वारा किए गए यह सभी प्रयास व्यर्थ हो जाते है l आज आप प्रतिदिन टीवी चैनलों में देखते होंगे कि किसी क्षेत्र में करोना का संक्रमण किसी एक छोटी सी गलती के कारण कई लोगों तक फैल गया l अतः समय की आवश्यकता को समझते हुए अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए हमारे द्वारा उठाए गए उचित कदम ही हमको इस पृथ्वी पर सुरक्षित रख सकते हैंl
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