विश्व प्रेस दिवस
पर अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद उत्तराखंड ने दी पत्रकारो को बँधाई
हरिद्वार। 3 म ई विश्व प्रेस स्वतन्त्रता दिवस पर अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद ने सभी पत्रकार बन्धुओ को बँधाई दी। उत्तराखंड के संयोजक बालकृष्ण शास्त्री ने कहा कि पूरा विश्व कोरोना महामारी से संघर्ष कर रहा है, तो ऐसी विषम परिस्थिति में सभी पत्रकार बंधु अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। सभी पत्रकार बन्धुओ के अदम्य साहस को कोटिशः नमन।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी, उसके अनुसार यह दिन प्रेस की स्वतंत्रता के सिद्धांत, प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन, प्रेस की स्वतंत्रता पर बाहरी तत्वों के हमले से बचाव और प्रेस की सेवा करते हुए दिवंगत हुए संवादाताओं को श्रृद्धाजंलि देने का दिन है।
जानकारी के लिए बता दें विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्त्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का अर्थ- "मीडिया के सभी माध्यमों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त करना है। प्रेस की आजादी और समाचारों को लोगों तक पहुंचाकर, सशक्त हो रहे मीडियाकर्मियों का व्यापक विकास करना इसका उद्देश्य है।
बता दें भारत में अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर चर्चा होती रहती है। 3 मई को मनाए जाने वाले विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारत में भी प्रेस की स्वतंत्रता पर बातचीत होना लाजिमी है। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है। विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
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