*हरिद्वार,* 27 नवम्बर (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) राज्य सरकार द्वारा लगातार मार्च 2020 से नवंबर 2020 तक धर्मनगरी, हरिद्वार में होने *वाले गंगा स्नान व धार्मिक अनुष्ठान गतिविधियों को स्थीगत किए जाने से नाराज व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुरानी सब्जी मंडी स्थित प्रांगण में मास्क पहन कर, सामाजिक दूरी के साथ हाथों में प्रतिक्रमक रूप से पुड़िया लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी व्यापारी संगठनों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की पहले चार धाम यात्रा 2020 को स्थीगत किया जाना उसके उपरांत कावड़ मेला और लगातार गंगा स्नान व धार्मिक गतिविधियों को आम जनता के लिए प्रतिबंधित किया जाने से धर्मनगरी, हरिद्वार के तमाम व्यापारियों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। व्यापारियों की आर्थिक तंगी के दृष्टिगत राज्य सरकार की और से जिस प्रकार से अखाड़ों को अनुदान दिया गया है, साधु-सन्यासियों की अखाड़ों की तर्ज़ पर व्यापारियों की जनगणना करा कर व्यापारियों को भी 05-05 लाख की अनुदान राशि दें राज्य सरकार। इस अवसर पर ऑल इंडिया उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा धर्मनगरी, हरिद्वार में हर माह पड़ने वाले व होने वाले पावन गंगा स्नानों को राज्य सरकार की और से स्थीगत किया जाना हरिद्वार की जनता, व्यापारियों के साथ न्यायपूर्ण रवैया नहीं है। उन्होंने यह भी कहा राज्य सरकार को कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से वैसे ही हरिद्वार के व्यापारी अपना कारोबार पूर्ण रूप से संचालित नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में लगातार राज्य सरकार द्वारा माँ गंगा के पर्व व स्नानों में आम जनता को प्रतिबंधित किए जाने से व्यापारियों के सामने व्यापारी कारोबारी संकट उतपन्न हो रहा है, व्यापारियों की न्याय संगत मांगों पर राज्य सरकार की और से सभी व्यापारियों की जनगणना कराकर उचित रूप से साधु-संतों के अखाड़ों की तर्ज पर अनुदान राशि दिया जाना न्यायसंगत होगा। उन्होंने यह भी कहा कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से समस्त व्यापारी वर्ष 2020 के बिजली के बिल, पानी के बिल, बच्चों की पढ़ाई की फीस माफ किए जाने पर भी राज्य सरकार को बड़ा कदम उठाना चाहिए। इस अवसर पर वरिष्ठ व्यापारी नेता अशोक पाराशर ने कहा कार्तिक पूर्णिमा स्नान से हरिद्वार के व्यापारियों को काफी आस बनी हुई थी लेकिन राज्य सरकार द्वारा कार्तिक स्नान को स्थीगत किया जाना हरिद्वार की जनता के साथ सौतेला व्यवहार जैसा प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कुंभ मेला 2021 के आयोजन में होने वाले शाही स्नानों की घोषणा कर दी गई है, जब शाही स्नानों की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा कोरोना के बचाव के संसाधनों के साथ व सामाजिक दूरी व नियम शर्तों के साथ कराई जाएगी तो धर्मनगरी हरिद्वार में माँ गंगा पर्व व स्नानों को भी उचित प्रबंधनों के साथ कराया जा सकता है और हरिद्वार के व्यापारी राज्य सरकार के निर्देशन में दी जा रही सूचनाओं का अक्षय से पालन कर रहे हैं ऐसे में व्यापारियों की जीविका व उनके परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी राज्य सरकार की बनती है इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार को होने वाले पर्व कार्तिक स्नान में आम जनता के लिए छूट दिए जाने पर राज्य सरकार को अपना विचार करना चाहिए। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार से कार्तिक पूर्णिमा स्नान में तीर्थ यात्रियों को नियम शर्तों के साथ छूट देने की मांग करते व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों में वरिष्ठ नेता अनिल गुप्ता, राजेश खुराना, संजय बंसल, सोनू गर्ग, अवधेश कोठियाल, कुंवर सिंह मंडवाल, राधेश्याम रतूड़ी, राहुल वर्मा, संजीव गुप्ता, अजय सक्सेना, मोहित गर्ग, राजेश खन्ना, प्रदीप अग्रवाल, कुलदीप खन्ना, मुकेश राणा, राजेश दुआ, पंडित प्रभाकर शर्मा, अजय कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।


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