लुई ब्रेल ने नेत्रहीन दिव्यांगो के जीवन में ज्ञान की रोशनी फैलाई :-महंत स्वयंमानंद
स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय में मनाई गई लुई ब्रेल जयंती
हरिद्वार 4 जनवरी विश्व के नेत्रहीन दिव्यांगो के जीवन में ब्रेल लिपि के आविष्कार से ज्ञान और आत्मविश्वास की रोशनी फैलाने वाले महान आविष्कारक लुई ब्रेल की जयंती श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।
स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट एवं स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय के परमाध्यक्ष महंत स्वयंमानंद महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में नेत्रहीन दिव्यांग छात्रो और विधालय परिवार ने लुई ब्रेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर महंत स्वयंमानंद महाराज ने कहा कि विश्व के महान वैज्ञानिक लुई ब्रेल जो एक दुर्घटना के कारण नेत्रहीन हो गए थे। उन्होने अपने अंधकारमय जीवन के कष्टो से नेत्रहीनता की पराधीनता से अन्य दिव्यांगजनो को मुक्ति दिलवाने के लिए एक विशेष स्पर्श लिपि का आविष्कार किया जिससे नेत्रहीन दिव्यांग छात्रो के जीवन में ज्ञान का प्रकाश फैला ।स्वामी विचित्रा नंद, रमेश कुमार ने लुई ब्रेल, ब्रह्मलीन स्वामी अजरानंद और स्वामी सच्चिदानंद महाराज को स्मरण करते हुए कहा कि लुई ब्रेल ने विश्व के नेत्रहीन दिव्यांगजनो के लिए जँहा बेल लिपि का अविष्कार किया वही गुरु देव ब्रह्मलीन स्वामी अजरानंद महाराज ने नेत्रहीन दिव्यांग छात्रो के लिए स्कूल स्थापित कर महान कार्य किया और ब्रह्मलीन म0म0 स्वामी सच्चिदानंद महाराज ने अजरानंद अंध विद्यालय का विस्तार करते हुए इसे प्रसिद्धि के शिखर पर पहुंचाया।स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में महंत रवि देव शास्त्री, महंत दिनेश दास, आचार्य हरिहरा नंद, समाज सेवी डा0 सी डी काला, संजय वर्मा, शिव दास दुबे, सहित ट्रस्ट के सदस्य मौजूद रहे।
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