करे हास्य योग, रहे निरोग

 स्वस्थ रेहने के लिए मिलकर हँसो

(योगाचार्या लक्ष्मी सिंह )

आईये मिलकर हास्य योग करे और स्वस्थ रहे 

हास्य योग को भारत में 1995 में 'मदन कटारिया ' ने शुरू किया था। हास्य योग एक प्राकृतिक दर्द निवारक औषधि है। हँसी सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हँसते समय एडार्फिन हार्मोन स्रावित होता है । जो हमारे अंदर क्षमा, दया, करूणा, और दूसरों का ध्यान रखने के मानवीय गुणों को जाग्रत कर हमे एक अच्छा इंसान बनाता है। हँसते, मुस्कराते चेहरे को देखकर हमारे भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह देखने में भी आता है कि जब कोई हँसता, मुस्कुराता व्यक्ति हमसे बाते करते हैं तो हम जल्द ही उससे घुलमिलकर बात करने लगते हैं ।हास्य योग के माध्यम से एक खुल कर हँसी हमारे रक्त संचार को बढा कर शरीर के प्रत्येक अंग तक आक्सीजन पहुँचाने का कार्य करती हैं । क्या अपने कभी सोचा है कि हँसने से कितने फायदे है ?

 इतने फायदे है जितने कभी आपने सोचे भी नहीं होंगे फिर भी हम हँसने में कितनी कंजूसी करते हैं। आज के व्यस्त और तनावग्रस्त जिंदगी में हम हँसना ही भूल गए हैं । हम इतने व्यस्त हो गए हैं कि अपने परिवार के साथ मिल बैठ कर बाते करने और हँसने बोलने का समय ही नहीं है हँसने से स्वास्थ्य तो अच्छा रहता ही है परिवारक और सामाजिक संबंध भी मजबूत होते हैं। स्वस्थ के दृष्टिकोण से अगर हम दिन भर में एक घंटा हँसते है तो चार सौ यूनिट कैलोरी बर्न होती है जिससे मोटापा कम होता है चेहरे की झुर्रीयां कम होती है, पूरे शरीर में रक्त का संचार बेहतर हो जाने से मानसिक तनाव भी कम हो जाता है ये आपने भी महसूस किया होगा। हास्य योग उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, माइग्रेन, अस्थमा जैसे रोगो में लाभकारी है क्योंकि हँसने का सीधा कनेक्शन फेफड़ों से है जब हम खुल कर हँसते है तब हमारे फेडतो तक आक्सीजन का संचार तेजी से होता है और फेफड़ों से आक्सीजन पूरे शरीर में पहुंच कर हर अंग को एक्टीव और रिचार्ज करती हैं इसलिए रोज हास्य योग करे और निरोग, प्रसन्नचित और पाजिटिव रहे।


No comments:

Post a Comment

Featured Post

वैश्य कुमार धर्मशाला कनखल में हुआ गणेश महोत्सव का शुभारंभ

हरिद्वार 7 सितंबर भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर वैश्यकुमार धर्मशाला कनखल में धर्म रक्षा मिशन द्वारा जनमानस के...