आस्ट्रेलिया मे हिंदी की पहचान सोमा नायर जी की कलम से 'दिल को छू लेने वाली सच्चाई '


 घर जैसा ही तो है

मै आता जाता रहूंगा

कुछ जरुरत हो तो फोन कर लेना

वृद्ध आश्रम में छोड़ते हुए 

बेटे ने मां को समझाया

तेरी उम्र के कितने लोग हैं

तेरा मन लग जायेगा

अब कुछ समझ 

हर उम्र कीजरूरत अलग होती है

हालात के साथ जीना सीख


पर मां को कुछ समझ न आया

उसे बस सच नजर आया


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