*न वेतन*
*न भोजन*
*न कोई भत्ता*
*45 दिन तक*
*लाखों राम भक्त निकले*
*बिना छीजत*
*न दुरुपयोग*
*25 अरब के संग्रह का*
*ऑडिट कराकर*
*भगवान श्रीराम जी को*
*समर्पित कर रहे हैं -*
*देश की कोई भी*
*सामाजिक या सरकारी संस्था*
*शायद ही इतनी प्रमाणिकता से*
*सीमित समय में*
*इतना बड़ा*
*धन संग्रह कर सकती हो -*
*इस विश्वास व योग्यता पर*
*हमें गर्व करना चाहिये -*
*इसलिये ही*
*संघ को व्यक्तित्व निर्माण की*
*शाला, कहते हैं,व्यक्तित्व,शाला -*
*जय श्रीराम🚩*
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