मातृ सदन को मिल रहा है समर्थन

 बाल पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने किया,  स्वामी शिवानंद के तक के समर्थन में एक दिवसीय अनशन


हरिद्वार 27 मार्च (अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


 प्रख्यात बाल पर्यावरण कार्यकर्ता कु रिद्धिमा पांडे ने अपनी सखियों कु पल्लवी और कु मोनाली एवम अपने पिता श्री दिनेश पांडे जी के साथ गंगा जी के सरंक्षण हेतु किये जा रहे सत्याग्रह को सक्रिय समर्थन देते हुए मातृ सदन परिसर में एक दिन का उपवास किया। इसी के साथ हरिद्वार लेडीज़ क्लब की सदस्यों ने भी सक्रिय हो कर अनशन किया। 

बताते चलें कि गंगा की अविरलता और निर्मलता एवं अवैध खनन के खिलाफ मातृ सदन आश्रम में  दिनांक 23 मार्च 2021, दिन मंगलवार  को  स्वामी शिवानंद के तप का 11 वां और ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के तप का 29वां दिवस है। 

साध्वी पद्मावती के त्याग और संघर्ष का अवलोकन करके सभी ने वेदना अनुभव की। साध्वी पद्मावती सभी की  प्रेरणास्रोत रहीं। इस अवसर पर लिसा सबीना द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री 'सत्याग्रह' जो कि इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में  में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत  है, का भी प्रदर्शन किया गया।  सचिव अंजू मिश्रा ने संवेदना से अभिभूत हो कर कहा कि1917 में महामना मदन मोहन मालवीय ने जब गंगा के लिए अनशन किया तो अंग्रेजी सरकार ने उनकी बात सुनी हमारी सरकार तो कुछ सुनती ही नही। अध्यक्ष शशि झा ने कहा कि मातृ सदन के संतगंगा के लिए बिना किसी निजी स्वार्थ के तप कर रहें हैं तो हमें भी उनका साथ देना चाहिए।

उपाध्यक्ष नलनी दीक्षित जो कि हरिद्वार में बरसों से निवास करती हैं, बताया कि गंगा का पाट पहले बहुत चौड़ा था जो कि वर्तमान में बहुत सिमट गया है।

सिद्धार्थ मिश्रा ने याद दिलाया कि आज का दिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह की शहादत याद कराता है, ये गंगा की स्वतंत्रता का संघर्ष है।

दिनेश पांडे ने कहा कि सरकारी बयानों और वास्तविकता में बहुत अंतर है। सरकार  प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा नही कर पा रही और संतों को आगे आना पड़ रहा है।

हिमांशु जोशी बोले कि गंगा के साथ हिमालय को बचाना चाहिए गंगा हिमालय से ही निकलती है।

वर्षा वर्मा ने जानकारी दी कि किस प्रकार गंगा गोमुख से निकल कर अनेकों बांधो की गिरफ्त में आकर अपना गंगत्व खो रही है। मैदानी क्षेत्रों में बेहताशा खनन गंगा को आस्तित्व विहीन कर रहा है। स्वामी शिवानंद  ने कहा कि जब गंगा पृथ्वी पर आने वाली थी तो उन्होंने शिव जी से पूछा कि पृथ्वी पर  कौन मेरी रक्षा करेगा  तो शिव जी ने कहा कि साधु तुम्हारी रक्षा करेंगे।आज कुंभ का समय है, समस्त साधु यहां आए हुए हैं परंतु यह संत गंगा के लिए तप कर रहा है, उसकी उपेक्षा कर रहें हैं। यहां आयी हुई महिला शक्ति संवेदनशील हो कर गंगा की रक्षा को तत्पर हैं।

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