सिद्ध और त्यागी संत थे श्री योगी राज बनारसी दास महाराज :-योगेश्वर पुष्प नंदन
हरिद्वार 20 अप्रैल (अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)
आध्यात्मिक गुरु योगेश्वर पुष्प नंदन महाराज ने सिद्धशिरोमणी श्री योगीराज बनारसी दास जी महाराज 119 वें जन्मोत्सव पर मयूर विहार ज्वालापुर स्थित श्री सिद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि श्री सिद्ध योगीराज बाबा बनारसी दास ईश्वर के द्वारा नियुक्त सिद्ध सद् गुरु थे। वे संसार के लोगों को परमात्मा के ऐश्वर्य, महत्तवता, सर्व व्यापकता, सर्व शक्तिमत्ता, का संदेश देकर वे लोगों को ईश्वर की निकटता और अनुभूति करवाना चाहते थे। बाबा योगीराज बनारसी दास जी महाराज का सदैव ईश्वर में वास हुआ करता था और उनकी वाणी ही शिक्षा और उपदेश बन गए। योगेश्वर पुष्प नंदन महाराज ने कहा कि बाबा योगीराज बनारसी दास जी महाराज कभी भी सांसारिक प्रलोभनो में नहीं उलझे यंहा तक की आध्यात्मिक जगत की 32 सिद्धियो के ज्ञाता होने के बावजूद भी उन्होंने कभी भी उन सिद्धियो का प्रदर्शन नहीं किया अपनी करोडो रुपये की सांसारिक सम्पत्ति दान कर एक सन्यासी का जीवन व्यतीत किया और लोक कल्याण के कार्य करते रहे। उन्होंने कभी धन का संग्रह नही किया और न ही आश्रम, भवन निर्माण के लिए धन स्वीकार किया। वे पूर्ण सिद्ध योगी थे जिन्हें केवल ईश्वर की चाह थी संसार के भोग, धन, ऐश्वर्य ने उन्हें कभी आकर्षित नहीं किया, वे संसार में रहते हुए भी संसार से विरक्त रहे। श्रीसिद्धाश्रम में कोविड गाइड लाईन का पालन करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे राजेश कुमार, लवदीप सिंह, संजय खन्ना, कुलदीप कुमार, ज्ञान चंद चौहान, दिनेश गोयल, अरूण कुमार, तेजपाल सिंह, कमल प्रीत सिंह ,हरजस सिंह, श्वेता, मुन्नी देवी ,सरोज, बसंती देवी सहित श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।
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