संयास परम्परा के शिखर पुरूष स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज हुए ब्रह्मलीन
गुड़गांव के मैदांता हास्पिटल में विगत एक माह से चल रहा था ईलाज
हरिद्वार 30 जून तीर्थ नगरी हरिद्वार, काशी, प्रयागराज सहित देश विदेश में विभिन्न धार्मिक संस्थाओ के परमाध्यक्ष स्वामी शारदा नंद गिरि महाराज गंभीर बिमारी और हृदय घात के चलते ब्रह्मलीन हो गए हैं जिस से हरिद्वार कनखल स्थित स्वामी शारदा नंद गिरि महाराज के आश्रम श्री त्रिपुरा योग आश्रम सहित संत समाज में शोक की लहर व्यापत हो गई है। महानिर्वाणी अखाडे से जुड़े ब्रह्मलीन स्वामी शारदा नंद गिरि महाराज को श्रद्धांजलि देते उनके गुरु भाई शिवडेल स्कूल के संस्थापक स्वामी शरद पुरी, स्वामी केशवानंद, स्वामी नरसिंघा नंद, चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद, पुरूषार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी निरंजन स्वामी सहित संतजनो ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज सरलता और विद्वता की प्रतिमूर्ति थे। संस्कृत सहित कई भाषाओं के ज्ञाता स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज उच्च कोटि के साहित्यकार थे जिन्होंने ने कयी ग्रंथो पर भाष्य लिखे। श्री त्रिपुरा योग आश्रम कनखल के प्रबंध आचार्य चिंतामणि, स्वामी शारदा नंद गिरि महाराज की पुणे निवासी शिष्या लक्ष्मी राजन सिंह, आस्ट्रेलिया निवासी शशी ,सौमा नायर, गोविंद कृपा सेवा समिति धर्मार्थ ट्रस्ट की अध्यक्ष अनीता वर्मा, सहित स्वामी शारदा नंद गिरि महाराज से जुड़े लोगों और प्रशंसकों ने उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। गोविंद कृपा परिवार की ओर से धर्म, संस्कृति और आध्यात्म के शिखर पुरूष स्वामी शारदा नंद गिरि जी महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि।
No comments:
Post a Comment