श्री तीरथ सिंह रावत जी माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार आपसे निवेदन है कि कोरोना महामारी के चलते उत्तराखंड में डूब रहे पर्यटन एवं तीर्थाटन व्यवसाय को संभालने के लिए कुछ कदम आपके द्वारा उठाने चाहिए थे परंतु खेद का विषय है कि आपकी उदासीनता एवं निर्णय इस व्यवसाय के प्रति बेहद निराशाजनक है आप को समझना चाहिए माननीय मुख्यमंत्री जी कि एक व्यापारी के पास ना तो कोई नौकरी है जिससे उसको बंधी बंधाई तनख्वा मिल सके ना ही कोई पेंशन की व्यवस्था है और ना ही सरकारी स्कीमों का लाभ उसे मिलता है उसके पास ले देकर उसका अपना व्यवसाय है जो चलता है तो उसे घर में रोटी आती है अन्यथा इसके अलावा उसके पास कोई व्यवस्था नहीं है वर्तमान हालत में जिस प्रकार से पिछले 2 वर्षों से हमारे व्यवसाय को लगातार चोट पहुंच रही है उससे हालात बेहद खराब हो चुके हैं बार-बार सरकार से निवेदन करने के बाद भी ना तो किसी प्रकार के बिलों में राहत दी जा रही है और ना ही बिना ब्याज के लोन की व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है जा रही है वहीं दूसरी ओर जो इंडस्ट्रलिस्ट है उनको एमएसएमई मानकर खुलकर उनकी मदद की जा रही है परंतु पर्यटन व्यवसाय को एमएसएमई मैं होने के बावजूद भी किसी प्रकार की राहत अथवा पैकेज नहीं दिया जा रहा है ऐसे में सरकार का यह दोहरा रवैया बेहद निराशाजनक है. जबकि यहां के विधायक एवं पूर्व शहरी विकास मंत्री माननीय मदन कौशिक जी द्वारा लगातार आश्वासन दिया जा रहा था कि 2 सालों के गृह कर माफ होंगे पानी एवं बिजली के बिलों में छूट दी जाएगी एवं पूर्व के बिलाे में ब्याज माफी की योजना लागू की जाएगी ,परंतु नई सरकार बनने के बाद एवं उनसे शहरी विकास मंत्रालय छीनने के बाद अब उनके किए गए वादे कौन निभाएगा यह यक्ष प्रश्न है ?सरकार को जल्द से जल्द व्यापारियों के लिए बिलों की माफी एवं पूर्व के बिलो में ब्याज माफी की योजना लानी चाहिए एवं प्रत्येक पर्यटन व्यवसाय के लिए 10लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त एवं बिना गारंटी का ऋण अभिलंब देना चाहिए ताकि इस व्यवसाय को कुछ राहत मिल सके एवं आने वाले समय के लिए कुछ व्यवस्था हो पाए.
निवेदक
कुलदीप शर्मा
अध्यक्ष बजट होटल एसोसिएशन
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