बुद्धवार को देहरादून जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र की ई संगोष्ठी का होगा आयोजन


*एक दिवसीय कार्यशाला दिव्यांगजन शीघ्र पहचान एवं हस्तक्षेप का आयोजन जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र देहरादून द्वारा आयोजन कल।*

 देहरादून /हर्बटपुर 6 जुलाई (अनंत प्रकाश मेहरा)       बुधवार शाम 3:00 से 5:00 बजे तक एक ई-संगोष्ठी का आयोजन जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून स्थित हरबर्टपुर द्वारा किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य जनजातीय क्षेत्र विकासखंड चकराता में कार्यरत सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के प्राथमिक एवं जूनियर हाई स्कूल में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षिकाओं को दिव्यांगजन क्रॉस डिसेबिलिटी शीघ्र पहचान एवं हस्तक्षेप से अवगत कराना है। उक्त जानकारी नोडल अधिकारी अनंत प्रकाश मेहरा ने प्रदान करते हुए बताया कि 


कार्यशाला के मुख्य अतिथि आशा पैन्यूली मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून एवं माध्यमिक शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ अति विशिष्ट अतिथि हेमलता पांडे जिला समाज कल्याण अधिकारी के अतिरिक्त विशिष्ट अतिथि विकासखंड चकराता के उप शिक्षा अधिकारी पंकज शर्मा होंगे।

इस कार्यशाला में शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों की विभिन्न प्राथमिक आवश्यकताओं के बारे में बताना है तथा सभी बच्चों के विशिष्ट दिव्यांगजन पहचान पत्र एवं दिव्यांगजन प्रमाण पत्र बनवाने के अतिरिक्त उनकी आवश्यकताएं जैसे उपकरण कान की मशीन,व्हीलचेयर ट्राई साइकल ,सीपी चेयर आदि सभी के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना है।

 मुख्य रूप से कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून से क्रॉस डिसेबिलिटी शीघ्र पहचान केंद्र की टीम भौतिक चिकित्सक, वाक् चिकित्सक, मनोचिकित्सक एवं व्यवसायिक चिकित्सक के साथ-साथ व्यवसायिक परामर्शदाता उपस्थिति से शिक्षकों को लाभ देंगे। जो मुख्य रूप से दिव्यांगजन शीघ्र पहचान एवं हस्तक्षेप पर प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के नोडल पदाधिकारी अनंत प्रकाश मेहरा ने बताया इस प्रकार से जनपद देहरादून में समस्त 6 विकास खंडों के प्रथम पाली में बेसिक शिक्षकों एवं उनके बाद जूनियर हाई स्कूल हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट के शिक्षकों को पूर्ण रूप से दिव्यांग बच्चों की शिक्षा एवं पुनर्वास से अवगत कराया जाएगा तथा सभी विद्यालयों के दिव्यांग बच्चों की विभिन्न आवश्यकताओं को चिन्हित कर शीघ्र अति शीघ्र पूरा भी किया जाएगा इनके बाद देहरादून में स्थित सभी महाविद्यालयों मैं भी दिव्यांग जनों की स्थिति को संज्ञान में लाकर पूर्ण रूप से पुनर्वास प्रक्रियाओं से लाभान्वित कराना जिला अधिकारी पुनर्वास केंद्र का मुख्य उद्देश्य होगा।

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