शौर्य का प्रतीक है सेना का टैंक

 *भारतीय शौर्य का प्रतीक टैंक स्थापित करने पर गुरुकुल के कुलपति को दिया आरएसएस ने साधुवाद* 

-टैंक के पास ही विकसित होगी शौर्य वाटिका

हरिद्वार 16 जुलाई (रजत अरोड़ा संवाददाता गोविंद कृपा ज्वालापुर)


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री से मुलाकात कर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर भारतीय सेना के शौर्य का प्रतीक टैंक स्थापित करने पर साधुवाद दिया है। साथी ही इस टैंक के पास ही एक शौर्य वाटिका विकसित करने का भी सुझाव दिया है। 

आरएसएस के जिला व्यवस्था प्रमुख अनिल गुप्ता ने कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री को भारतीय सेना का टैंक विश्वविद्यालय द्वार पर स्थापित किए जाने पर साधुवाद देते हुए कहा कि उत्तराखंड शौर्य भूमि है। यहां के हजारों युवाओं ने देश की सरहदों की रक्षा करने में अपने प्राणों को न्यौछावर किया है। ऐसे ही शहीद सैनिकों की याद में विश्वविद्यालय के तत्वाधान में टैंक के पास ही एक शौर्य वाटिका विकसित की जानी चाहिए। जिसमें शहीद हुए सैनिकों के परिवार द्वारा एक-एक वृक्ष उनकी स्मृति में लगाना चाहिए।

आरएसएस के प्रांत समाजिक सदभाव प्रमुख रमेश उपाध्याय ने बताया कि प्रशासन के सहयोग से अभी विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से गंग नहर के किनारे कांवड़ पटरी को ऑक्सीजन लेन के रूप में विकसित किया जा रहा है। ऐसे में यदि शौर्य वाटिका भी विकसित हो तो यह उत्तराखंड की शौर्य गाथा को तो प्रदर्शित करेगा ही, साथ ही शहीदों के प्रति समाज की श्रद्धांजलि भी होगी। आरएसएस के प्रस्ताव को सहृदय स्वीकार करते हुए कुलपति रूप किशोर शास्त्री ने बताया कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय देशभक्तों की जननी है। यहां से हजारों लाखों की संख्या में स्नातक देश सेवा को समर्पित हुए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय परिसर में एक फाइटर प्लेन भी स्थापित होने जा रहा है। इसी के साथ टैंक के पास शौर्य वाटिका को भी विकसित किया जाएगा।

कुलपति का आभार व्यक्त करने वालो में आरएसएस के जिला समाजिक सद्भाव प्रमुख डॉ. पवन सिंह,नगर प्रचार प्रमुख अमित शर्मा आदि उपस्थित थे।

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