भारत की उम्मीद विनेश फोगाट

 विनेश फोगाट

विश्व रैंकिंग -1


विनेश ने सिर्फ नौ साल की उम्र में अपने पिता राजपाल को खो दिया. जमीनी विवाद में पिता की हत्या के कुछ ही दिन बाद पता चला कि विनेश की मां को कैंसर है. इन समस्याओं से जूझते हुए विनेश के परिवार की मदद की उनके ताऊ महावीर सिंह फोगाट ने. विनेश अपनी मेहनत के बलबूते विश्व की बेहतरीन पहलवान बनी


2016 के रियो ओलंपिक्स तक 48kg कैटेगरी में खेलती थीं. रियो ओलंपिक्स में मैडल के बेहद करीब थी। पर क्वॉर्टर-फाइनल में उनके घुटने में बेहद खतरनाक चोट लग गई. बेहद पीड़ा में विनेश को मैच रुकवा कर स्ट्रेचर पर  बाहर ले जाया गया. इस चोट के चलते वह लगभग नौ महीने तक मैट से दूर रहीं. पर हौसला नही हारा। दुबारा मैट पर उतर कर विश्व की अनेकों प्रतियोगिताएं जीती। आज विश्व मे नम्बर एक  रैंक है। दूसरा ओलंपिक खेलने जा रही है। शुभकामनाएं चैंपियन ।


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