हरिद्वार 1 अगस्त (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)
दीपशिखा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच ,हरिद्वार द्वारा साहित्यकार के.एल .दीवान जी की स्मृति में विशेष गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें हरिद्वार की साहित्यिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं कवियों ने उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए अपने हृदय के उद्गार प्रकट किए साथ ही दिवंगत साहित्यकार जगदीश शर्मा शेषी,पंकज परिमल को भी याद किया।
गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ .मीरा भारद्वाज ने की। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि दीवान जी ने अपने साहित्यिक साधना से हिंदी जगत को गौरवान्वित किया ।उनका जीवन अनुकरणीय है।
उपाध्यक्ष उमेश शर्मा जी ने उनकी जीवन यात्रा को बहुत सुंदर शैली में प्रस्तुत किया ।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार महेश भट्ट उत्प्रेरक ,गीतकार रमेश रमन, वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि बृजेन्द्र हर्ष ने उनको याद करते हुए कहा कि दीवान जी ने हरिद्वार में सशक्त काव्य धारा प्रवाहित की है ।दीवान जी को साहित्यिक- प्रेरक के रूप में सदा याद रखा जाएगा।
इस अवसर पर दीवान जी के बड़े पुत्र अनिल दीवान ,पंडित ज्वाला प्रसाद शांडिल्य, तुषारकांत पांडे, प्रफुल्ल ध्यानी, डॉ. रजनी रंजना, मदन सिंह यादव , गांगेय कमल, भूदत्त शर्मा, रियाज अहमद , प्रेमशंकर शर्मा प्रेमी ,सत्यदेव सोनी, देवेंद्र मिश्र ,अरविंद दुबे, डॉ. हरिनंदन आदि ने दीवान जी के प्रति भाव सुमन अर्पित किए।
संस्था के सचिव डॉ. सुशील कुमार त्यागी अमित ने गोष्ठी संचालन किया और हिंदी जगत के कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी की जन्म जयंती पर याद कर उनके साहित्यिक जीवन पर प्रकाश डाला। दीवान जी के बारे में सुशील ने कहा कि शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में दीवानजी का अमूल्य योगदान है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता।
हिंदी भाषा के तुम गौरव, दीपशिखा के तुम थे प्राण।।
साहित्यानुरागी थे तुम
नमन हमारा तुम्हें दीवान।.
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