कौन बो रहा है रुड़की के मेयर गौरव गोयल की राह में कांटे

 चिंतन का विषय  ( अनिल लोहानी वरिष्ठ संवाददाता गोविंद कृपा रुड़की)


कौन बो रहा है रुड़की के मेयर गौरव गोयल की राह में कांटे यह एक विचारणीय प्रश्न हैl पिछले नगर निगम चुनाव में अपने अथक प्रयास व जनता के विश्वास के कारण मेयर निर्वाचित होने के पश्चात निरंतर गौरव गोयल को घेरने का प्रयास किया जा रहा है lयद्यपि वे मोदी जी के सिद्धांत के अनुसार सबका साथ सबका विश्वास की विचारधारा से निरंतर आगे बढ़ रहे हैंl अपने पार्षदों ,विपक्षी दलों, यहां तक की क्षेत्र के बीजेपी विधायक का पर्याप्त सहयोग ना मिलने के पश्चात भी अपने पथ की तरफ वह निरंतर अग्रसर हैंl

इससे एक तरफ यह साफ पता चल रहा है कि कुछ लोग उनकी  लोकप्रियता को सहन नहीं कर पा रहे हैं कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं होता हैl इसमें कोई दो राय नहीं की उनमें भी कुछ कमियां होंगीl

दिन प्रतिदिन कोई ना कोई ऐसा घटनाक्रम तैयार किया जाता है जिससे माननीय मेयर जी के ऊपर लांछन लगाया जाए उनकी छवि को खराब किया जाए अंततः विजय सत्य की ही होती है परंतु अगर  इसे राजनीतिक परिपेक्ष में देखा जाए तो इससे एक ओर ना केवल भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब हो रही है बल्कि जनता उन लोगों के प्रति भी अपनी नाराजगी व्यक्त कर रही है जो अनावश्यक रुड़की एवं मेयर की बदनामी कर रहे हैंl

अगर रुड़की के विकास के बारे में जमीनी स्तर पर जानकारी हासिल की जाए तो जनता ना केवल माननीय विधायक प्रदीप बत्रा बल्कि मेयर गौरव गोयल के कार्यों की प्रति अपनी स्वीकृति रखती है ,जो कि भारतीय जनता पार्टी के लिए एक खुशी का विषय है परंतु भारतीय जनता पार्टी के संगठन द्वारा उचित अनुशासनात्मक कदम ना उठाए जाने के कारण भारतीय जनता पार्टी के अंदर भितरघात बढ़ता जा रहा है जो अंततः पार्टी के लिए नुकसानदायक सिद्ध होगाl

भारतीय जनता पार्टी के संगठन के लिए आवश्यक होगा कि वह ऐसे लोगों को चिन्हित करें जो भारतीय जनता पार्टी की छवि को खराब कर रहे हैं और अपने निजी स्वार्थों के लिए पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं ताकि आगामी चुनाव में अनुकूल परिणाम   न देखने को मिलेऔर इसका ठीकरा मेयर गौरव गोयल और और विधायक प्रदीप बत्रा के सिर फोड़ा जाए क्योंकि दोनों ही अपनी लोकप्रियता के कारण जनता के द्वारा चुनकर भेजे गए जनप्रतिनिधि हैं यही विरोधियों के लिए ईर्ष्या का विषय है

आज छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के अनावरण के  समय माननीय कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद, जिला अध्यक्ष डॉ जयपाल सिंह चौहान एवं माननीय विधायक प्रदीप बत्रा जी प्रदेश प्रवक्ता माननीय मयंक गुप्ता जी आदि के सामने जो आरोप प्रत्यारोप लगाए गए वह इस बात का एक प्रत्यक्ष उदाहरण हैl सभा मध्य पार्टी के उच्च पदाधिकारियों का मूकदर्शक बना रहना पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी को दर्शाता है lप्रत्येक व्यक्ति को प्रतिरोध करने का अधिकार है परंतु उसका स्थान व समय सही होना चाहिए ताकि पार्टी के प्रति लोगों की गलत भावना ना जाएl

जैसा कि भारतीय जनता पार्टी का इतिहास रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यों के कारण जनता में जानी जाती है ना कि दीवारों पर नाम खुदवाने के कारणl और भाजपा अनुशासित कार्यकर्ताओं की पार्टी है । लेकिन इन दिनों रुड़की में चल रही भाजपाइयों के बीच की खिचतान  अनुशासन की धज्जियां उड़ा रही है और भाजपा एक अनुशासित कार्यकर्ताओं की पार्टी है इस दावे की खिल्ली उड़ाती हुई नजर आ रही है यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि रुड़की की राजनीति क्या करवट बदलती है लेकिन वर्तमान की जो स्थिति है वह चिंताजनक बनी हुई है।


No comments:

Post a Comment

Featured Post

पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने पहाडो, से पलायन पर प्रकट की चिंता

  2019 के भू संशोधन कानून ने बहुत बडे पैमाने पर भूमि विक्रय और अधिग्रहण को बढ़ावा दिया है– नैथानी  दिल्ली में प्रवासियों को अपने बंजर खेतों ...