उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हिंदी में शोध कार्य करवाने के लिए है प्रतिबद्ध:- प्रोफेसर सुनील जोशी

 आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर में हुआ नई शिक्षा नीति परीक्षा



एवं शिक्षण व्यवस्था विषय पर कार्यशाला का आयोजन


देहरादून 3 सितंबर( जेके रस्तोगी संवाददाता गोविंद कृपा देहरादून )उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के आजादी के अमृत महोत्सव

कार्यक्रम सप्ताह के अन्तर्गत

सभागार में "नई शिक्षानीति परीक्षा एवं शिक्षण व्यवस्था विषय पर एक कार्यशाला का

आयोजन किया गया आज कार्यशाला का उद्घाटन उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के

मा० कुलपति प्रो० सुनील कुमार जोशी व प्रो० सुरेखा डंगवाल, कुलपति दून विश्वविद्यालय

द्वारा किया गया। प्रो० सुनील कुमार जोशी ने इस अवसर पर कहा कि अपनी भाषा

संस्कृति को शोध व शिक्षा से जोड़ना चाहिए। आज पुरातन ज्ञान आयुर्वेद को जानने के

लिए सम्पूर्ण विश्व उत्सुक है उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हिन्दी भाषा में शोध कराने

के लिए प्रतिबद्ध है। प्रो० सुरेखा डंगवाल कुलपति ने कहा कि रिसर्च पर प्रोपर फण्डिग

होनी चाहिए। निजी व सरकारी शिक्षण संस्थान मिलकर शिक्षा के स्तर को उन्नत

विकसित कर सकते हैं। कोई भी शिक्षा समाज व राष्ट्र के लिए है न कि आर्थिक लाभ

मात्र के लिए प्रो० एच.सी पुरोहित डीन दून विश्वविद्यालय में कहा असली शिक्षा विनय से

लेकर समृद्धि तक प्रदान करती है। द्वितीय सत्र में कुलसचिव प्रो० उत्तम कुमार शर्मा जी

ने शिक्षण संस्थान की व्यवस्था शिक्षक, विद्यार्थी, कर्मचारी, स्वच्छता सर्वागीण विकास

खेलकूद इत्यादि विषय पर प्रकाश डाला। तथा परीक्षा नियंत्रक डॉ० पी.के. गुप्ता

नकलविहीन भ्रष्टाचार मुक्त परीक्षा कराने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गयी।

वित्त नियंत्रक मोहन लाल टम्टा  ने संस्थान के वित्तीय प्रबन्धन पर प्रकाश डाला।

जिसमें डॉ० राजीव कुरेले ने शैक्षिक सम्पदा के समुचित उपयोग संस्थान आत्मनिर्भरता

हेतु फार्मेसी आदि के विकास तथा शिक्षकों में उच्चतर प्रबन्धन क्षमता व परस्पर व्यवहार

(IPR) के विकास पर चर्चा की। तदोपरान्त शिक्षानीति परः इन्टरेक्टिक परिचर्चा की गयी।

प्रो० अरूण त्रिपाठी परिसर निदेशक गुरुकुल प्रो० अनूप गक्खड़ परिसर

व प्रो० राधावल्लभ सती परिसर निदेशक मुख्य परिसर, कुलसचिव के द्वारा मा० कुलपति

की अध्यक्षता में की गयी। कार्यशाला का संचालन उप कुलसचिव डॉ० शैलेन्द्र प्रधान ने

किया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से डॉ० शशिकान्त तिवारी, उपपरीक्षा

नियंत्रक, चन्द्रमोहन पैन्यूली निजी सचिव कुलपति , विवेक जोशी इत्यादि ने भाग

लिया। इस अवसर में विश्वविद्यालय के समस्त परिसर व निजी सचिव आयुर्वेदिक एवं

हौम्योपैथिक कॉलेज के प्राचार्य / प्रतिनिधियों ने भाग लिया इसमें प्रमुख रूप से डॉ०

सत्येन्द्र गोयल प्रो० अशोक शर्मा, डॉ० राघवेन्द्र, डॉ० विजय रॉय प्रो० अनिल झा डॉ०

अजय विश्वकर्मा, डॉ० वर्षा, डॉ० भगवान नौटियाल, डॉ० रजनीकांत आदि ने प्रतिभाग

किया।

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