भागवत श्रीहरि का वांग्मय मूर्ति स्वरूप: स्वामी अशोकानंद ( भक्तिधाम जबलपुर)
कलश यात्रा, देव आवाहन के साथ श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का भव्य शुभारंभ
हरिद्वार- 23 नवंबर( अनुपम त्यागी संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ) श्री हरि चरण से निकली गंगा पापो को तारती है। भागवत को सुनने मात्र से जीवन जीने के भाव बदल जाते है। भागवत भगवान श्रीहरि नारायण का वांग्मय स्वरूप है, कलिकाल मे हरि नाम स्मरण मात्र से पूर्व और वर्तमान के सभी पाप नष्ट हो जाते है।
भागवत जीवन की वैतरणी को पार लगाने का सबसे सरल सुगम साधन है। भागवत श्रवण मात्र से सभी जगत के प्रणियो के शोक दुःखो का क्षय हो जाता है श्रीहरि नारायण माता लक्ष्मी की असीम अनुकम्पा साधक और भक्त को प्राप्त होती है। श्री मद्भगवत गीता मे भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से स्वंय कहा है मै मार्गशीर्ष मास हूँ, मेरे नाम संकीर्तन या स्मरण मात्र से साधक भवसागर के पार हो जाता है
उक्त उदगार भाक्तिधाम संस्कारधानी जबलपुर से पधारे अंतराष्ट्रीय कथावाचक भागवताकार परम पूज्यनीय स्वामी अशोकानंद जी महाराज के पावन मुखारविंद से मां गंगा की गोद मे हरि हर की सूक्ष्म उपस्थिति मे श्रीहरि नारायण के परम प्रिय मार्गशीर्ष मास अगहन माह के पावन अवसर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के उद्घाटन सत्र मे व्यास पीठ से कहे।
श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर श्रीमद्भागवत जी की अगवानी कलश यात्रा होकर कथा स्थल वशिष्ठ आश्रम, वसंत गली, खडखडी पहुंची । कलश यात्रा मे ढोल ढमाके, बैंड के साथ मंगल कलश लिए पीत वस्त्र धारी कन्या महिलाओ के साथ बडी संख्या मे श्रृध्दालु भक्त जन उपस्थित रहे। कलश यात्रा मे भक्ति धाम ग्वारीघाट जबलपुर( मप्र )से पधारे अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक परम पूज्यनीय स्वामी अशोकानंद जी महाराज रथारूढ थे।
श्रीमद्भागवत, गंगा मैया की षोड्चाषोर ,पूजन अर्चण
यजमान राकेश त्यागी, राजेश्वर, अनुपम ने किया।
श्रीमद्भागवत कथा 23 नववंर से 29 नववंर तक प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से श्रीमद्भागवत कथा की ज्ञान गंगा के भक्ति रस से सराबोर होने सभी श्रृध्दालु भक्त जन आमंत्रित है।
श्रीमद्भागवत जी की कथा श्रवण करने का आग्रह मास्टर राजेश्वर त्यागी पुष्प त्यागी, यजमान राकेश त्यागी श्रीमती कुसुम त्यागी ,छवि अनुपम त्यागी, नेहा आशीष त्यागी, विभा आदेश त्यागी, लीना ब्रजभूषण त्यागी, पार्षद महावीर वशिष्ठ, पार्षद अनिरुद्ध भाटी , संदीप गोस्वामी, विशाल गुप्ता ऋषभ वशिष्ठ, गगन यादव, सहित श्रृध्दालुओ ने किया है ।
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