केदारनाथ के विधायक को मिले सजा :-ललित पंत

 विधायक मनोज रावत ने दृष्टिबाधित दिव्यांग के संग मारपीट कर कांग्रेस का असली चेहरा दिखाया :-ललित पंत

 हल्द्वानी  7 नवंबर (भुवन गुणवंत संवादाता गोविंद कृपा हल्द्वानी) विगत 5 नवंबर को केदारनाथ विधायक द्वारा दृष्टिबाधित दिव्यांग पवन हंस के मैनेजर के साथ मारपीट की घटना की पुलिस महानिदेशक से जांच की मांग करते हुए उत्तराखंड सक्षम के प्रदेश अध्यक्ष ललित पंत ने निंदा की, उन्होंने कहा कि केदारनाथ के विधायक मनोज रावत एक दृष्टिबाधित दिव्यांग पवन हंस के मैनेजर के साथ गुंडागर्दी करते हुए मारपीट को कांग्रेस विधायक की संवेदनहीनता और और कांग्रेस का असली चेहरा बताया है।

 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में खलल डालने के लिए यह कांग्रेस की सोची समझी साजिश थी जिसकी जांच अवश्य होनी चाहिए और एक निर्दोष दिव्यांग दृष्टिबाधित व्यक्ति को न्याय मिलना चाहिए उन्होंने कहा कि इस मामले को सदन से लेकर सड़क तक उठाया जाएगा जब तक की केदारनाथ के विधायक के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं होती। उन्होंने कहा कि इस मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं दिव्यांगों के लिए गठित सर्वश्रेष्ठ संस्था के सामने भी उठाया जाएगा। सक्षम उत्तराखंड के सचिव कपिल रतूड़ी ने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि दृष्टिबाधित दिव्यांग मैनेजर पर पक्षपात का आरोप लगाना नितांत निंदनीय है जो व्यक्ति देख ही नहीं सकता वह किसी के खिलाफ क्या पक्षपात करेगा और जो स्वयं उत्तराखंड का हो उस पर तो पक्षपात का आरोप लगाना ही सरासर गलत है जो कि मनोज रावत उत्तराखंड के हैं और पवन हंस के मैनेजर भी उत्तराखंड के ही है ऐसे में कांग्रेस के विधायक मनोज रावत ने जहां उत्तराखंडवासी   दृष्टिबाधित दिव्यांग के संग  अमानवीय कृत्य किया है वही ड्यूटी के दौरान ऐसी घटना की तुरंत जांच होनी चाहिए। उल्टे पुलिस इस मामले में दृष्टि बाधित दिव्यांग पवन हंस के मैनेजर को ही निशाना बना रहा है और उसकी अब तक f.i.r. तक दर्ज नहीं हुई है जो चिंता का विषय है । सक्षम युवा प्रांत प्रमुख प्रदीप सैनी ,


बौद्धिक प्रमुख अनंत  प्रकाश मेहरा, सह सचिव भुवन गुणवंत आदि ने इस घटना की निंदा करते हुए जांच की मांग की है।

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