रुड़की 18 मार्च (अनिल लोहानी संवाददाता गोविंद कृपा रुड़की ) "मेरे अंगना में मोहन आजा रे अपनी सांवली सूरत दिखा जा रे"
होली के गीतों से कुमाऊं समाज के लोगों ने रुड़की के वातावरण को रंगों से भर दियाl हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिवरात्रि से पर्वती समाज के लोगों द्वारा रात्रि को बैठक होली का आयोजन किया जाने लगा था, जिसमें समाज के सभी लोग एकत्रित होकर अपनी संस्कृति को सजाए रखने के लिए भरसक प्रयत्न करते आ रहे हैं l धीरे धीरे समाज के लोगों का रुझान अपनी पुरानी पद्धति एवं संस्कृति की तरफ बढ़ रहा है Iलोग बढ़-चढ़कर इस में भाग लेते हैl
इसी क्रम में माननीय चेतन भट्ट जी के निवास स्थान सोलानीपुरम पर होली के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लियाl
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