वन बंधुओं के समग्र विकास के लिए संकल्पित है वन बंधु महिला राष्ट्रीय परिषद :- शान्ता शारडा
ऋषिकेश 3 मार्च (संजय वर्मा)
वन बंधु महिला राष्ट्र समिति ईस्ट जोन की चेयर पर्सन शांता शारडा ने कहा कि वन बंधु महिला राष्ट्रीय समिति आदिवासियों के समग्र विकास के लिएसंकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम धर्म का संरक्षण करते हुए आदिवासियों को शिक्षा ,स्वास्थ्य, रोजगार देने के क्षेत्र मेंआगे बढ़ रहे हैं । हम उन्हें ग्रामीण परिवेश में ही आत्म निर्भर बनने के लिए कुटीर उद्योग ,हस्तकला ,आदिवासी जनजाति संस्कृति के अनुरूप खेती जैसे काम सिखा कर उन्हें वनों में रहते हुए भी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं ।उन्होंने देश की वर्तमान परिस्थितियों में जब ईसाई मिशनरीज धर्मांतरण करनाने पर अमादा है ऐसी परिस्थितियों में वन बंधुओ को शिक्षित कर उनमें राष्ट्रप्रेम अपने धर्म के प्रति जागरूकता जैसे गुण विकसित करने के लिए उनके बच्चों को बचपन से ही धर्म, संस्कृति, नैतिकता जैसे मूल्यों पर आधारित शिक्षा देने के प्रयास चल रहे हैं।उन्होंने बताया कि देश में33समितियां वनवासियोंऔर उनके परिवारों को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत है । इन सब विषयों के चिंतन मनन को लेकर ऋषिकेश मेंराष्ट्रीय वन बंधु महिला राष्ट्रीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया है । जिसके सार्थक परिणाम निकलेंगे। हमसमाज के समृद्ध वर्ग से आह्वान करते हैं कि वह इस राष्ट्र के कार्य मेंअपना योगदान दिल खोल कर दें क्योंकि अगर हमारा धर्म सुरक्षित है तभी हम भी सुरक्षित हैं ।क्रिश्चियन मिशनरीज सीधे-साधे आदिवासियों को धन ,भोजन, चिकित्सा का लोभ देकर उनका धर्म परिवर्तन कर रही है जो चिंता का विषय है जिससे दिन प्रतिदिन पूर्वी भारत में हिंदू अल्पसंख्यक होते जा रहा है और ईसाई मिशनरीज अपने धन के बल पर यह कार्य करने में सफल हो रही है ।जिसे हमें रोकना है। राष्ट्रीय वन बंधु समिति देश धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए संल्पबद्ध हैं और इस क्षेत्र में दृढ़ता पूर्वक कार्य भी कर रही है
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