अपने धर्म और संस्कृति मान्यताओं के प्रति जागरूक हो रहा है सनातन समाज

 कल भीलवाड़ा में सर्व हिन्दू समाज की रैली निकलनी थी तैयारियां भी रैली की थी और प्रशासन भी रैली के लिए तैयार था। लेकिन शाम होते होते ये रैली रेले में परिवर्तित हो गयी। हिंदुओ का रैला निकल पड़ा। रैले में 50000 से ज्यादा लोग सारा माहौल भगवामय हो गया। अगर उस मोमेंट में किसी ने भीलवाड़ा की सेटेलाइट तस्वीर देखी होती तो भीलवाड़ा केसरिया दिखता। 


आज से मात्र 6-7 वर्ष पहले लोगो को बताना पड़ता था कि हमारा हैप्पी न्यू ईयर 1 जनवरी नही चैत्र प्रतिपदा है। इस दिन बहुत कम उत्साह रहता था बहुत कम लोग एक दूसरे को नव वर्ष की बधाई चैत्र के प्रथम दिन मे देते थे। लेकिन कल का माहौल देखके सीना 56 नही 112 इंच का हो गया भीलवाड़ा का...


आज मैं कम्पेयर करूँ तो अंग्रेज़ी न्यू ईयर मनाने कितने लोग निकले होंगे मेरे शहर में...20 होटल्स आयोजन करती है न्यू ईयर का 500 लोग प्रति होटल माने तो भी कुल 10000 लोग...हालांकि हर होटल में 500 की गेदरिंग होती नही है लेकिन मान लेते है तो कुल 10000 लोग हैप्पी न्यू ईयर मनाने घर से निकलते है लेकिन कल वाला नव वर्ष मनाने इस छोटे से शहर में 1 लाख से ज्यादा लोग निकल पड़े। एक साथ एक ही टाइम पर 8 रैलियां निकल रही थी। यह होता है परिवर्तन सोए हुए समाज को जगाने के लिए जब एक जागरूक व्यक्ति देश की कमान संभालता है तो देश में परिवर्तन होता है यह  7 - 8 सालों मे सिद्ध हो चुका है।





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