मां सुर सरिता आश्रम ट्रस्ट और साध्वी आनंद ज्योति से साध्वी सरोजनी गिरी का विवाद

 साध्वी आनंद ज्योति और विवादों का रहा है पुराना साथ

हरिद्वार19 मई कल प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करने वाली खाटू श्याम मंदिर एवं सुर सरिता माँ  आश्रम ट्रस्ट की अध्यक्षा साध्वी आनंद ज्योति का विवादों से पुराना संबंध रहा है । उन पर सप्त सरोवर क्षेत्र स्थित स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट ने अपनी जमीन फर्जी रूप से हथियाने का मुकदमा 20 वर्षों से अधिक समय से किया हुआ है। यहां यह बताते चलें कि साध्वी आनंद ज्योति मूल रूप  से स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट अजरधाम और स्वामी ब्रह्मलीन सच्चिदानंद महाराज की शिष्या थी यही पर रह कर साध्वी आनंद ज्योति नेअध्यात्म और सन्यास की शिक्षा दीक्षा ग्रहण  की, इसी बीच अपने (नेत्रहीन ) प्रज्ञा चक्षु गुरु महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज से गंगा माता आई हॉस्पिटल के पास एक जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली उस जमीन मे स्वामी सच्चिदानंद महाराज और साध्वी आनंद ज्योतिका ही नाम दर्ज है क्योंकि महाराज नेत्रहीन थे और आनंद ज्योति पर विश्वास करते थे इसलिए उन्होंने भी साइन कर दिए और यह जमीन जिसे  आनंद ज्योति अपना बताती है उस पर स्वामी आजरानंद  महिला आश्रम ट्रस्ट अपना दावा करता है ।इन सब बातों को लेकरपिछले 20 वर्षों से जिला न्यायालय से लेकर उच्च न्यायालय तक मुकदमे  चल रहे है । यहां यह भी चलें कि साध्वी आनंद ज्योति ने इसी विवादित जमीन में से एक पट्टा 99 साल के लिए किसी संत के नाम किया हुआ है और यह सारा काम उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे एक नेता के संरक्षण में चल रहा है यह तो संसार का नियम है कि जो बोएगा वही काटेगा जैसा साध्वी आनंद ज्योति ने अपने गुरु और अपनी मातृ   संस्था के साथ छल प्रपंच कियाआज वही उनके सामने आ रहा है।

 साध्वी आनंद ज्योति खाटू श्याम मंदिर


और सुर सरिता आश्रम ट्रस्ट जहां विवादों में घिरा हुआ है वही स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय प्रज्ञा चक्षु को शिक्षा दीक्षा देने के कारण देश की एक अग्रणी संस्था बन चुका है जहां पर स्वामी सच्चिदानंद महाराज के बाद उनके शिष्य स्वामी स्वयंमानंद संस्था को दिन प्रति दिन प्रगति के पथ पर अग्रसर किए हुए हैं । यह विद्यालय कक्षा 1 से दसवीं तक नेत्रहीन और सामान्य बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करता है विद्यालय में 500 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं, जहां पर बच्चों को निशुल्क शिक्षा, ड्रेस, स्टेशनरी आदि प्रदान की जाती है वही खाटू श्याम मंदिर माँ सुरसरिता आश्रम ट्रस्ट अपने प्रपंचों के कारण विवादों के घेरे में रहा है।

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