!! वासुदेव लाल मैथिल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज रूडकी में शुरू हुआ सप्त
दिवसीय आभासी योग शिविर!!
बाल अवस्था नाजुक मिट्टी की भांति होती है जिन्हें उत्तम प्रशिक्षण के माध्यम से उत्तम नागरिक के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसी उद्देश्य को लेकर वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज ब्रह्मपुर,रुड़की,हरिद्वार में गत वर्षों से छात्रों में जीतने और हारने के समभाव के विकास हेतु सात दिवसीय प्रातः कालीन योगाभ्यास का कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
ग्रीष्मकालीन अवकाशों में विद्यालय द्वारा आयोजित योग शिविर में आभासी रुप में प्रातः 6 बजे से 7 बजे तक योग क्रियाओं में सम्मिलित होते हैं जिसमें उन्हें योगासन के साथ-साथ प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया जाता है।
सर्व विदित है कि सूर्य का सम्बन्ध मनुष्य के आहार से जुड़ा है और आत्मबल की वृद्धि के लिए सूर्य का मजबूत होना आवश्यक है। योगिक क्रियाओं में सूर्य नमस्कार में उत्तम माना गया है। कहां जाता है कि आध्यात्मिक ज्ञान सूर्य के दक्षिणायन होने पर उत्तम माना गया है। योगाभ्यास भी आध्यात्मिक ज्ञान में ही आता है। बालक के सर्वांगीण विकास में योग प्रमुख स्थान है।
वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज ब्रह्मपुर,रुड़की हरिद्वार।
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