महामृत्युंजय साधना है कल्याणकारी


 महामृत्युंजय साधना से जीव को दैहिक, दैविक ,भौतिक एवं सांसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है: दण्डी स्वामी अनंतानंत सरस्वती 


हरिद्वार 29( वी


रेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार   ) जुलाई पूर्वांचल उत्थान संस्था के संयोजक सीए आशुतोष पांडेय दण्डी स्वामी अनंतानंत सरस्वती महाराज, राजगुरू मठ, काशी के पावन सानिध्य में आयोजित महामृत्युंजय रुद्राभिषेक महोत्सव में मुख्य यजमान की भूमिका में हैं। अन्य शिवभक्त भी पूजा में यजमान बनने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें राजगुरु मठ,  गाजी वाली, श्यामपुर, हरिद्वार में जाकर संपर्क करना होगा। इसके साथ दण्डी स्वामी अनंतानंत सरस्वती महाराज और सीए आशुतोष पांडेय के फोन पर भी संपर्क कर सकते हैं। दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती महाराज 30 जुलाई को हरिद्वार पहुंच रहे हैं। राजगुरु मठ में जाकर स्वामी से भेंट किया जा सकता है। 

 धर्मनगरी हरिद्वार में नजीबाबाद हाईवे पर स्थित श्यामपुर गाजीवाली गांव में निर्माणाधीन राजगुरू मठ में स्थापित महामृत्युंजय महादेव का विधिपूर्वक पूजन कर रूद्राभिषेक किया जायेगा। इस महोत्सव में शामिल होने के लिए धर्मनगरी के सभी धर्मावलंबियों को आमंत्रित किया गया है। दंडी स्वामी अनंतानंत सरस्वती महाराज के अनुसार मृत्यु पर विजय प्राप्त करने का मंत्र है महामृत्युंजय मंत्र और महामृत्युंजय महादेव की आराधना करने वाले भक्तों की कभी आकाल मृत्यु नहीं होती।‌  महामृत्युंजय रुद्राभिषेक एवं पाठ से भगवान भूत भावन शिव प्रसन्न होकर जीव को प्रत्यक्ष आशीर्वाद देते हैं महामृत्युंजय जाप व यज्ञ से जीव को दैहिक दैविक भौतिक एवं सांसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है। महामृत्युंजय साधना से मनुष्य को दीर्घायु की प्राप्ति होती है।  उन्होंने बताया कि संसार में जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कभी न कभी मरना होता है। लेकिन अपनी आयु पूरी कर मरने वाले को मोक्ष मिलता है और अकाल मृत्यु होने पर आत्मा भटकती हैं। अकाल मृत्यु से बचने के लिए व्यक्ति को भगवान महामृत्युंजय महादेव की शरण में आना चाहिए। उन्होंने कहा जनकल्याण की भावना से धर्मनगरी महामृत्युंजय महादेव की स्थापना की गई है। सावन के तीसरे सोमवार को दिनांक 1अगस्त को महामृत्युंजय रुद्राभिषेक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सभी धर्मावलंबियों को रूद्राभिषेक महोत्सव में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य यजमान सीए आशुतोष पांडे को बनाया गया है। अन्य भक्त भी यजमान बनकर पूजा में शामिल हो सकते है।

No comments:

Post a Comment

Featured Post

स्व0 ओम प्रकाश पुन्नी जी को जन्म शताब्दी पर दी गई श्रद्धांजलि

  स्वर्गीय ओम प्रकाश पुन्नी जी की सौ वी वर्षगांठ पर उत्तराखंड ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने दी श्रद्धांजलि। आपको बता दें उत्तराखंड ब्लाइंड स...