पुस्तकें होती हैं सबसे अच्छी मित्र : डा0 विशाल गर्ग
हरिद्वार, 23 जुलाई ( विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) विचार जागृति मंच द्वारा जागृति अभियान के तहत रोशनाबाद स्थित जिला कारागार में सजा काट रहे कैदियों को दो सौ पुस्तकें भेंट की। जेल अधीक्षक मनोज आर्य को पुस्तकें सौंपने के दौरान अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के जीवन में बदलाव लाने के उद्देश्य से पुस्तकें प्रदान की गयी हैं। अपराध छोड़कर सामाजिक जीवन की और कैदियों को लौटना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुस्तक का ज्ञान ऐसा माध्यम है। जोकि अनावश्यक बातों को दिमाग से दूर रखता है। जेल अधीक्षक मनोज आर्य समय समय पर कैदियों को धार्मिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रति अग्रसर करते चले आ रहे हैं। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि दौ सौ पुस्तकें कैदियों को प्रदान की गयी हैं। ज्ञान सूत्र, चाणक्य नीति, जीवित हैं बुद्ध, पंचांग, यर्थाथ गीता कैदियों को सामाजिक जीवन की और अग्रसर करेंगी। उन्होंने कहा कि पुस्तक व्यक्ति का सबसे अच्छा दोस्त होती हैं। पुस्तकों का अध्ययन नितांत जरूरी है। जीवन के सभी पहलुओं को पुस्तक दर्शाती हैं। कैदियों के लिए पुस्तकें सशक्त माध्यम साबित होगी। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि जेल अधीक्षक मनोज आर्य कैदियों को सामाजिक जीवन बिताने की प्रेरणा देते चले आ रहे हैं। समाज को अपराध मुक्त बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर विश्वास सक्सेना, शिवम बंधु गुप्ता, अभिषेक भारद्वाज, अंकित शर्मा आदि मौजूद रहे।
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