श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर खूब सजे नन्हे मुन्ने बालक
हरिद्वार 19 अगस्त (आकांक्षा वर्मा संवादाता गोविंद कृपा हरिद्वार ) श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर जहां लोगों की मंदिरों में भीड़ लगी रही वही नन्हे मुन्ने बालक भी श्री कृष्ण का रूप धरकर बड़े ही मनमोहक रूप में नजर आए बालक जहां श्री कृष्ण बने वही बालिकाओं ने राधा और गोपियों के रूप में सबको लुभाया , यह भारतीय संस्कृति की अनुपम छटा है कि जिसमें नन्हे मुन्ने बालक जो देवी और देवता के स्वरूप माने जाते हैं वह कभी दुर्गा ,कभी शंकर ,कभी राम हनुमान और कभी कृष्ण राधा के रूप में सजे धजे नजर आते हैं। भारतीय संस्कृति में छोटे बच्चों को भगवान का स्वरूप माना जाता है। इस परंपरा से जहां हमारी धर्म संस्कृति का संवर्धन होता है छोटे बच्चों के हृदय में
भी भक्ति के बीज रोपित किए जाते हैं। हमारे पर्व और त्योहार धर्म संस्कृति से जोड़ने का अनुपम कार्य करते हैं।
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