शिव भक्ति में लीन साधक को नहीं होता मृत्यु का भय : स्वामी अनंतानंद सरस्वती
***राजगुरु मठ गाजी वाली में धूमधाम से मनाया गया रुद्राभिषेक महोत्सव
हरिद्वार /श्यामपुर कांगड़ी 1 अगस्त (संजय वर्मा )जगद्गुरू दंडी स्वामी अनंतानंत सरस्वती महाराज राजगुरू मठ काशी ने कहा कि भगवान महामृत्युंजय महादेव की आराधना मृत्यु पर विजय दिलाने के लिए की
जाती है। महामृत्युंजय का जाप करने वाले साधक की अकाल मृत्यु नहीं होती। काल भी उनके पास जाने से डरता है। ऐसे साधकों को मृत्यु का भय भी नहीं रहता है। इसके साथ साधकों को आरोग्यता की प्राप्ति होती है। स्वस्थ एवं निरोगी रहने पर ही व्यक्ति परिवार समाज के साथ देश की सेवा कर सकता है। इसलिए मनुष्य को सर्वार्थ सिद्धि प्राप्त करने के लिए भगवान महामृत्युंजय महादेव की आराधना करनी चाहिए।
गौरतलब है कि राजगुरु मठ, गाजीवाली श्यामपुर, हरिद्वार में सावन माह के तीसरे सोमवार को महामृत्युंजय रुद्राभिषेक महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर जगद्गुरू दंडी स्वामी अनंतानंत सरस्वती महाराज के पावन सानिध्य में मुख्य यजमान आशुतोष पांडे ने सपत्नीक मठ में विराजमान भगवान महामृत्युंजय महादेव का विधिवत पूजन करने के उपरांत रूद्राभिषेक किया गया। भक्तों को संबोधित करते हुए अनंतानंत सरस्वती महाराज कहा कि सावन माह में सृष्टि के संचालन का भार भगवान शिव के हाथों में होता है क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु शयन करते हैं। इसलिए सावन माह मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त भगवान शिव की आराधना करते चले आ रहे हैं। मान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव कैलाश को छोड़कर तीर्थ नगरी हरिद्वार की उपनगरी में कनखल में वास करते हैं। इसलिए चारों दिशाओं में बम बम की गूंज सुनाई देती है। रुद्राभिषेक के उपरांत भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें आसपास के ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। रुद्राभिषेक महोत्सव में मुरारी पांडे, अमित शाही, प्रशांत राय, प्रमोद राय, सुनील सिंह, प्रवीण सिंह, नीलम राय, सरोज सहित अन्य भक्तों ने भगवान शिव और महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।
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