खेल मनोरंजन के साथ स्वास्थ्य को उत्तम बनाते हैं :- ऋतुराज
सरस्वती शिशु मंदिर रुड़की संकुल की शारीरिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजन। प्रतियोगिता में संकुल के छः विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।.....
रुड़की 30 अगस्त( कमल किशोर डुकलान )वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज रूड़की हरिद्वार में शिशु शिक्षा समिति द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर रूड़की संकुल के छः विद्यालयों की एक दिवसीय संकुल स्तरीय क्रीड़ा व बौद्धिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
संकुल स्तरीय क्रीड़ा व बौद्धिक प्रतियोगिता का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं धर्म जागरण प्रांत गतिविधि प्रमुख श्री ऋतुराज, संकुल प्रमुख श्री सुरेन्द्र सिंह एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राजेश कुमार चौहान ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रांत धर्म जागरण गतिविधि प्रमुख श्री ऋतुराज जी ने संकुल स्तरीय क्रीड़ा एवं बौद्धिक प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल के महत्व को हमें भूलना नहीं चाहिए। जीवन में खेलकूद का महत्व पढ़ाई-लिखाई के साथ आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। खेलकूद से शारीरिक और बौद्धिक विकास होता है। खेलकूद न केवल मनोरंजन करते हैं, अपितु स्वास्थ्य को उत्तम भी बनाते हैं। यदि बच्चे प्रसन्न और स्वस्थ्य रहेंगे,तो पढ़ाई-लिखाई में अच्छा मन लगा रहेगा।
श्री ऋतुराज जी प्रतियोगिता में सम्मिलित प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रति वर्ष विद्या भारती द्वारा संकुल से लेकर अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की सभी गतिविधियों को शामिल किया जाता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के प्रतिभावान छात्र जहां खेलकूद की गतिविधियों में आगे रहते हैं, वहीं उनकी प्रतिभा बौद्धिक गतिविधियों को निखरती हैं। बच्चों में बौद्धिक तर्कशक्ति एवं विश्लेषणात्मक क्षमता भी बहुत कूट-कूट कर भरी है, जो गीत भाषण,प्रश्न मंच, पत्रवाचन आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से पता चलता है।
प्रतियोगिता में छ: विद्यालयों के 200 छात्रों ने प्रतिभाग किया प्रतियोगिताओं को सम्पन्न कराने में संकुल के सभी प्रधानाचार्यों शारीरिक शिक्षकों एवं छात्रों के साथ आये टीम प्रमुख आचार्यों ने सहयोग किया।
No comments:
Post a Comment