शांतिकुंज में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई दीपावली


 ज्ञानोत्सव का महापर्व है दिवाली :- डॉ प्रणव पंड्या

हरिद्वार 25 अक्टूबर ( अमर शदाणी  संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ) गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में विगत वर्ष की भाँति इको फ्रेंडली दीपावली मनाई गयी। महिला मण्डल की बहिनों ने गायत्री तीर्थ शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर को विभिन्न आकर्षक रंगोलियों से सजाई थी। हर ओर इको फ्रेण्डली दीवाली मनाने का संदेश भी लिखा हुआ था। तो वहीं दीपोत्सव पर्व के अवसर पर गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैल दीदी ने बही खाता का पूजन किया। मुख्य यजमान के रूप में डॉ. चिन्मय पण्ड्या, श्रीमती शेफाली पण्ड्या ने पर्व पूजन सम्पन्न किया।

इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि दिवाली के अवसर पर प्रज्वलित होने वाला दीपक हम सभी को प्रकाशित होने का संदेश देता है। वे अपने भीतर के तेल (स्नेह) की एक-एक बंूद जलाकर जग को प्रकाशित करते हैं। श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि दिवाली ज्ञानोत्सव का महापर्व के रूप में भी मनाया जाता है। सद्ज्ञान को अपने जीवन में उतारें। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैल दीदी ने जरूरतमंदों के जीवन में से अंधेरा मिटाने में अपना एक अंश लगाने के प्रेरित किया। इस अवसर पर वैदिक कर्मकाण्ड श्री श्याम बिहारी दुबे एवं श्री उदय किशोर मिश्र ने सम्पन्न कराया। इस दौरान व्यवस्थापक श्री महेन्द्र शर्मा, लेखा विभागाध्यक्ष श्री हरीशभाई ठक्कर आदि प्रमुख रूप मौजूद रहे।

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सादगी से मनाया गया डॉ. पण्ड्या का जन्मदिन

हरिद्वार 25 अक्टूबर।

अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख व देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या का 73वाँ जन्मदिन (रूप चतुर्दशी) को चेतना दिवस के रूप में मनाया गया। सादगीपूर्ण माहौल में दीपयज्ञ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी, व्यवस्थापक श्री महेन्द्र शर्मा सहित शांतिकुंज के कार्यकर्ता भाई-बहिनों, देसंविवि परिवार एवं गायत्री विद्यापीठ के बच्चों ने गुलदस्ता भेंटकर स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि श्रद्धेय डॉ. साहब ने अपने तन का दीया, भावनाओं का तेल एवं ज्ञान-कर्म की बाती को अपने सद्गुरु के चरणों में समर्पित कर समाज, राष्ट्र के विकास के लिए होम दिया है।

इससे पूर्व शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्त्ता एवं विभिन्न शिविरों में आये साधकों ने 27 कुण्डीय यज्ञशाला में श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या की दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की मंगल कामना करते हुए आहुतियाँ दीं। वहीं शांतिकुंज द्वारा संचालित हो रहे विश्व भर की पांच हजार से अधिक प्रज्ञा संस्थानों में भी गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या जी का जन्म दिवस चेतना दिवस के रूप में मनाया गया। देवसंस्कृति विवि के मृत्युजंय सभागार में उनका जन्मदिन को चेतना दिवस के रूप में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया गया।

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