त्याग ,तपस्या और धर्म की प्रतिमूर्ति थी माता ललिताम्बा:-
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राज राजेश्वराश्रम
मानव कल्याण आश्रम की संस्थापिका सन्यासिनी श्री माता ललिताम्बा को संत समाज ने किया स्मरण
हरिद्वार 13 दिसंबर ( संजय वर्मा ) श्री मानव कल्याण आश्रम हरिद्वार ,बद्रीनाथ अहमदाबाद आदि संस्थाओं की संस्थापिका सन्यासिनी माता ललितम्बा को उनकी सोलवीं पुण्यतिथि के अवसर पर संत समाज ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव एवं संस्था के ट्रस्टी श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता और श्री मानव कल्याण आश्रम ट्रस्ट के संयोजन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने ब्रह्मलीन माता ललिताम्बा जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि माता ललिताम्बा त्याग ,तपस्या और धर्म की प्रतिमूर्ति थी। उन्होंने हरिद्वार में सन्यास परंपरा को संवर्धित एवं संरक्षित करने का कार्य किया ।श्री जयराम आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने सन्यासी माता
ललिताम्बा जी को स्मरण करते हुए कहा कि माता ललिताम्बा जी के द्वारा स्थापित श्री मानव कल्याण आश्रम,हरिद्वार , बद्रीनाथ में धर्म एवं साधना के केंद्र बने हुए हैं।उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक ने गोरक्षा आंदोलन में सन्यासिनी माता ललिताम्बा जी के दिए गए अद्वितीय सहयोग को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने गौ रक्षा के लिए हरिद्वार के संतों का प्रतिनिधित्व किया वही गौ रक्षा करते हुए जेल यात्रा भी की जिस को कभी भुलाया नहीं जा सकता । मानव कल्याण आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में आए हुए संत महंतजनो का स्वागत श्री मानव कल्याण आश्रम के महंत स्वामी दुर्गेशानंद ,आश्रम के मुख्य ट्रस्टी श्री महंत देवानंद सरस्वती महाराज ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल प्रबंध न्यासी अनिरुद्ध भाटी आदि ने किया ।इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी , महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरा नंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधनंद, महामंडलेश्वर स्वामी आनंद चेतन ,महंत जगजीत सिंह ,महंत सूरज दास, महंत रवि देव शास्त्री, आचार्य हरिहरा नंद, सहित भक्तों ने माता ललिताम्बा को श्रद्धांजलि दी ।
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