स्काउटिंग एण्ड गाइडिंग एक श्रेष्ठ नागरिक बनने की कुंजी है :- डा. विजय कुमार त्यागी
भगवानपुर 25 दिसंबर ( कमल वर्मा नामदेव संवाददाता गोविंद कृपा भगवानपुर ) भारत स्काउट एण्ड गाइड उत्तराखण्ड हरिद्वार के पञ्चदिवसीय तृतीय सोपान शिविरों का आयोजन दिनांक 19.12.22 से 25.12.22 तक किया गया। भगवानपुर ब्लाक के राजकीय इण्टर कालेज सिकरौढा में शिविर संचालक डा. विजय कुमार त्यागी, सह संचालक गजेन्द्र सिंह तथा प्रशिक्षक श्री अनुज यादव, प्रशिक्षिका श्रीमती संगीता राजपूत एवं श्रीमती रीना ने स्काउट और गाइड्स को प्रशिक्षित किया।
इस मध्य स्काउट गाइड्स ने जीवन को सरल तरीके से आनन्दित होकर जीने, श्रेष्ठ नागरिक बनने की कला सीखी, जिसमें शिविरार्थियों ने तम्बू लगाना, विभिन्न गाँठों का प्रयोग, लाठी के उपयोग, जीवन रक्षक डोरी का सही उपयोग, विभिन्न ताल, आग बुझाना, प्राथमिक चिकित्सा, विभिन्न खेल, दिशाओं का ज्ञान, अनुमान लगाना, हाइक, पाकविद्या, अनुशासन एवं शिष्टाचार, ध्वज शिष्टाचार, बीपी-6 व्यायाम आदि अनेक विधाओं को कुशलता पूर्वक जानकर जीवन में धारण करने की प्रतिज्ञा ली।
शिविरार्थियों को आशीर्वाद देने के लिए आतिथ्य, निरीक्षण एवं मार्गदर्शित करने के लिए हरिद्वार जनपद के भारत स्काउट गाइड संस्था के जिला आयुक्त, उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्त अध्यक्ष एवं विभिन्न दायित्वों के निर्वहन करने वाले प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में डॉ. अनिल शर्मा जी शिविर में पहुँचे। जिन्होंने विभिन्न गतिविधियों का निरीक्षण करते हुए शिविरार्थियों को जीवन भर स्काउट के नियम सिद्धान्तों का पालन करते रहने के लिए प्रेरित किया और कहा कि प्रत्येक पदेन अधिकारी सेवानिवृत्त होता है परन्तु स्काउट गाइड कभी सेवानिवृत्त नहीं होता, जीवन में सदाचार का पालन आपको महान् बनाता है।
श्री प्रदीप त्यागी ने शिविरार्थियों को निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देते हुए कहा कि यही एक ऐसा राजमार्ग है जो आपको सुरक्षित एवं यथासमय अपने गन्तव्य को प्राप्त करा सकता है। स्काउट गाइड के नियमों का पालन करने से व्यक्ति महान् व्यक्तित्व का धनी बनता है। श्री वीरेन्द्र प्रभु एवं श्री राजीव सैनी ने शिविर में शिविरार्थियों के गतिविधियों को देखकर उनकी भूरी भूरी सराहना प्रशंसा की।
रा.इ.का. सिकरौढा के प्रधानाचार्य श्री एसपी शर्मा जी ने विद्यार्थियों को प्रतिदिन प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से आगे बढ़ने का सन्देश दिया तथा शिविरार्थियों के समस्त साधन सुविधाएँ उपलब्ध कराने में पूर्ण योगदान दिया। समय-समय पर विद्यालय के शिक्षक वर्ग श्री विनोद कुमार, श्री वसिष्ठ, श्री नवनीत त्रिलोचन, श्री जयकुमार, श्री गणेश गोयल, श्रीमती विनिता आदि ने शिविरार्थियों की अन्तर्निहित शक्तियों को बहिर्मुखी बनाने के लिए उनका मार्गदर्शन किया।
शिविर का समापन अन्तिम दिवस 25 दिसम्बर को सर्वधर्मप्रार्थना, ध्वजशिष्टाचार, दीक्षा एवं राष्ट्रगान तथा विसर्जन के माध्यम से सकुशल सम्पूर्णता को प्राप्त हुआ।
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