हरिद्वार 31 अक्टूबर ( संजय वर्मा ) भाजपा जिला कार्यालय हरिद्वार पर भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक आधुनिक भारत के शिल्पकार महान स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत रत्न लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला ने बताया कि भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और लोह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत की आजादी और भारतीय रियासतों को भारत में मिलाने में अपना अहम योगदान दिया था सरदार पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे देश की आजादी में उन्होंने जितना योगदान दिया उससे कहीं ज्यादा योगदान उन्होंने आजाद भारत को एक सूत्र में बांधने में भी किया उन्होंने आजादी के समय अनेकों रियासतों को एकजुट किया।
जिसे हम आज भारत के नाम से जानते हैं।
आज भारत उनकी जयंती को भारतीय राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है स्टैचू ऑफ यूनिटी की आधारशिला वर्ष 2014 में भारत के लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस की 138वीं वर्षगांठ पर रखी गई थी वही स्टैचू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन वर्ष 2018 में सरदार पटेल की 142वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था इसके बाद से ही यह स्थल दुनिया में पर्यटन का विशेष केंद्र बना हुआ है।
कार्यक्रम के उपरांत भाजपा जिला कार्यालय हरिद्वार में प्रथम आगमन पर उत्तराखंड सरकार के 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वन समिति के उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला का पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने शॉल ओढ़ाकर एवं माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने आए हुए सभी कार्यकर्ताओं का परिचय लेते हुए सरकार के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का आवाहन किया।
इस अवसर पर जिला महामंत्री आशु चौधरी, आशुतोष शर्मा, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, लव शर्मा, निर्मल सिंह, ओमप्रकाश जमदग्नि, संजय सहगल, अनु कक्कड़, रजनी वर्मा, बिशनपाल कश्यप, मोहित वर्मा, नेत्रपाल चौहान ,सचिन शर्मा, नकली राम सैनी, अरुण चौहान, मनोज शर्मा, गौरव पुंडीर ,अनामिका शर्मा ,डॉ प्रदीप कुमार, सतीश कुमार, अरुण चौहान ,नागेंद्र राणा, प्रणव यादव, मोहित शर्मा, तरुण नैय्यर ,हीरा सिंह बिष्ट, शीतल पुंडीर, प्रीति गुप्ता ,गीता कुशवाहा, संगीता गिरी, मोहित चौहान, तरुण चौहान ,आशीष चौधरी, विपिन शर्मा ,कमल प्रधान आदि पदाधिकारी में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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