देहरादून 29 दिसंबर समदृष्टि क्षमताविकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) द्वारा आज समस्त उत्तराखंड प्रांत के विभिन्न जिलों में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम दिवस मनाया गया । सभी जिलों के जिला अध्यक्षों द्वारा अपने-अपने जिलाधिकारी को विज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ-साथ राजधानी देहरादून में नालापानी तपोवन स्थित कुष्ठ आश्रम से एक रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में सक्षम के प्रांत अध्यक्ष ललित पंत , प्रांत सह-सचिव अनंत प्रकाश मेहरा ,प्रांत महिला प्रमुख निरुपमा रावत, प्रांत युवा प्रमुख मानवेंद्र सती ,प्रांत बधिर प्रकोष्ठ प्रमुख उमेश ग्रोवर, जिला अध्यक्ष वीरेंद्र मुंडेपी ,विकास नगर अध्यक्ष दरबार सिंह नेगी ,महानगर अध्यक्ष भगवान सिंह खेड़ा, जिला महिला प्रमुख ममता रावत , सविता प्रकोष्ठ प्रमुख कृष्ण भंडारी, सज्जन सिंह नेगी, पीसी डबराल ,मदन भंडारी, मोहन सिंह बिष्ट आदि की उपस्थिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए ज्ञापन सौंपने स्वयं सक्षम का एक प्रतिनिधिमंडल लेकर मिला इस दौरान मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधि कर्ता हरीश कोठारी जी को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में राज्य उत्तराखंड में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम की कड़ाई से लागू किया जाना के अतिरिक्त ,दिव्यांगजनों के हितार्थ अलग से दिव्यांग विभाग का गठन , अन्य राज्यों की भांति दिव्यांगजनों को भी मासिक पेंशन ₹3100 प्रति माह किया जाना ,सक्षम उत्तराखंड को प्रांतीय दिव्यांगजन पुनर्वास केंद्र कार्यालय एवं दिव्यांगजन विश्राम गृह हेतु राजधानी देहरादून में भवन तथा भूमि निःशुल्क उपलब्ध कराई जाना ,मानसिक रूगण्ता एवं श्रवण बाधित दिव्यांगजनों के प्रमाणीकरण हेतु प्रत्येक जिले में संसाधन युक्त प्रशिक्षण कक्ष निर्मित किए जाएं, मानसिक रूगण्ता के दिव्यांगजनों को प्रमाणिकता हेतु परीक्षण के लिए घर-घर जाकर उनको दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु परिवहन की उचित व्यवस्था देना एवं दिव्यांग जनों की पेंशन कार्ड के आधार पर स्वीकृत कराई जाना ,दिव्यांगजनों के पेंशन हेतु अभिभावकों के प्रतिमाह ₹4000 मासिक आय प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त किया जाना व
दिव्यांगजन से संबंधित 21 प्रकार की दिव्यांगताओ की विस्तृत जानकारी प्राथमिक/माध्यमिक/उच्च शिक्षा स्तर शैक्षणिक पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाए ।
भारत सरकार की भांति राज्य के
दिव्यांगजन आयुक्त कार्यालय को सक्रिय करते हुए दिव्यांगजन आयुक्त जैसे स्वतंत्र प्रभार को सुनिश्चित किया जाना।
इस दौरान कुष्ठ बाधित दिव्यांगजन श्रावण बाधित दिव्यांगजन अस्थि बाधित दिव्यांगजन एवं दृष्टिबाधित दिव्यांग जनों ने अपने अधिकारों हेतु सक्षम राष्ट्रीय संगठन के समक्ष दिव्यांग जन चिंतन प्रस्तुति दी।
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