ऋषिकुल आयुर्वैदिक कॉलेज में योग सेमिनार हुआ संपन्न


*उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ऋषिकुल परिसर एवं देवम्बर चेरिटेबल ट्रस्ट, काशीपुर (उत्तराखंड )के सयुंक्त तत्वाधान में द्वि दिवसीय  योग सेमिनार कम वर्कशॉप का आयोजन हुआ संपन्न 

हरिद्वार 23 फरवरी उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, देहरादून के कुलपति प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार एवं देवम्बर चेरिटेबल ट्रस्ट, काशीपुर, उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 22 &23 फरवरी 2024 को *योग और आयुर्वेद फॉर हॉलिस्टिक हेल्थ एंड वैलनेस योगिक साइंस- एन इंटीग्रेटेड अप्रोच* विषय में सेमिनार कम योग कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि एवं मुख्यवक्ता के रूप में आध्यात्मिक गुरु श्री चंद्र मोहन भंडारी (रिटायर्ड आईएफएस एवं पूर्व राजदूत भारत सरकार )के द्वारा किया गया एवं आध्यात्मिक योग गुरु चन्द्र मोहन भण्डारी ने प्रथम दिन और द्वितीय दिन के प्रथम सत्र (7A. M. to 9A. M.) में अत्यंत प्रभावशाली ढंग से अपने सहयोगी योगाचार्य श्री मनोज मलकानी के साथ मिलकर मदन मोहन मालवीय प्रेक्षागृह परिसर के  ग्राउंड में सूक्ष्म योग व्यायाम क्रियाए, प्राणायाम, ध्यान योग को एवं मर्म चिकित्सा & षट चक्र के महत्व को बताते हुए अभ्यास  कराया। प्रोग्राम के प्रथम दिन द्वितीय सत्र (10A. M. to 1:30 P. M.)में योग गुरु श्री चंद मोहन भंडारी द्वारा स्पिरिचुअल हेल्थ को योग के विभिन्न अंगों जैसे अष्टांग योग,ज्ञान योग, कर्म योग  के द्वारा कैसे प्राप्त किया जा सकता है इसका सूक्ष्म अवलोकन कराया गया और उसकी महत्वता बताई साथ ही योग गुरु सी एम भंडारी ने मर्म चिकित्सा और पंचकर्म चिकित्सा पर अपने अनुभव शेयर किये। कार्यक्रम के दूसरे दिन द्वितीय सत्र (10A. M. to 1:30 P. M.) में अथिति वक्ता के रूप में  आए  स्वामी अपरोक्षानंद ने नाभि चिकित्सा का विभिन्न व्याधियों में उपयोग बताया एवं सारगर्भिक रूप से नाभि चिकित्सा के महत्व एवं उसका दार्शनिक एवम वैज्ञानिक पक्ष पर संभाषण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अरुण त्रिपाठी ने योग कार्यशाला   विषय सम्बंधित  योग की महत्वता बताते कहा की यह कार्यक्रम आगे भविष्य में प्रत्येक प्रतिभागी के संपूर्ण स्वास्थ्य (शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य )को प्राप्त करने  हेतु बहुत लाभदायक होगा।उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ऋषिकुल परिसर हरिद्वार के परिसर  निदेशक प्रोफेसर डी.सी. सिंह ने मंचासीन अतिथियों एवं अधिकारियों का अभिनंदन एवं स्वागत व्याख्यान दिया । शल्य तंत्र के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम विषय संबंधित  सारगर्भित व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन डॉ शोभित कुमार  वार्ष्णेय एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग ऋषिकुल परिसर द्वारा किया गया।इस द्वि दिवसीय योग कार्यशाला को उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी , कुलसचिव प्रोफेसर अनूप कुमार गक्खड़ एवं कार्यक्रम नोडल  अधिकारी डॉ शोभित कुमार वार्ष्णेय  के मार्गदर्शन में किया गया। इस द्वि दिवसीय कार्यशाला में मंच का संचालन डॉ प्रियंका शर्मा असिस्टेंट प्रोफेसर स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग & योगाचार्य डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह के द्वारा पूरे मनोयोग एवं उत्साह के साथ  किया गया।कार्यक्रम में प्रो.खेम चन्द्र शर्मा, डॉ कीर्ति वर्मा,डॉ. उषा शर्मा, डॉ. सीमा जोशी, डॉ माधवी गोस्वामी, डॉ सुरेश चौबे, डॉ भावना,डॉ शशिकांत तिवारी,डॉ  शैलेंद्र प्रधान डॉ. वेद भूषण शर्मा, डॉ महेश चंद्रा,डॉ सविता सोनकर,डॉ सौरभ, श्री निर्भय आदि शिक्षकों ने एवं उत्तराखंड आयुर्वेद


विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर आयुर्वेदिक कॉलेज के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।  इस द्वि दिवसीय योग कार्यशाला में लगभग 200 प्रतिभागियों ने  प्रतिभाग किया।

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