मातृ आंचल कन्या विद्या पीठ द्वारा अक्टूबर 2023 में शिक्षा व संस्कारशाला की शुरुआत हुई
दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर छोटी कन्याओं को भोजन कराते समय झुग्गी झोपडी में रहते वाली बालिका ने कहा कि क्या हम बच्चों को शिक्षा नही मिल सकती है केवल दुर्गा पूजा में ही कन्या पूजन होता है मगर वर्ष भर हम यूं ही घूमते है आप क्या हमें पढाएंगे ये बात मेरे मन को लग गई मैंने कहा हाँ मैं आप सब बच्चो को पढाऊंगी बस तभी से बिना साधनों के कैसे होगा हम लग गए मेरे इस संकल्प में श्री एन के गुप्ता जी जो कि पहले से परिचित थे उन्होने साथ दिया एक कमरा किराये पर लिया परम पूज्य साध्वी कमलेश भारती जी ने कहा कि हमें यह कार्य अवश्य करना चाहिए और हमे हर बेटी को पढ़ाने का संकल्प लेना है हमारे साथ दो युवा कु आरती व अंशु भी जुड गए श्री अरविंद जी श्री अमित चौहान जी और श्री सुबोध गुप्ता जी बाबूजी ने हर पल हमारा साथ दिया ।झुगीयो में रहने वाले बच्चे संस्कार शिक्षा से वचिंत घूमते रहते थे चूंकि इनके माता पिता सुबह ही मजदूरी करने चले जाते है अब इन बच्चो को प्रतिदिन 3 बजे से 5 बजे तक इकट्ठा कर शिक्षा दी जाती है हम इस प्रयास में है कि इन बच्चों को शिक्षित कर समाज की मूल धारा में जोड़ा जाए आप भी हमारे साथ जुड सकते है इस संकल्प में आप भी सहभागी बने हमें आपके अमूल्य सुझाव व आपका समय प्रदान कर ।
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