पंचकर्म सहायकों का तृतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न (दिनांक 20 मई से 24 मई 2024)
हरिद्वार 24 मई उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर के पंचकर्म विभाग में आयोजित पांच दिवसीय(20 से 24 मई 2024)पंचकर्म सहायक प्रशिक्षण तृतीय का समापन कार्यक्रम शुक्रवार को
संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर के परिसर निदेशक प्रोफेसर विपिन कुमार पांडे ने पंचकर्म सहायकों को आयुर्वेद चिकित्सा की महत्वपूर्ण कड़ी बताया एवं पंचकर्म थेरेपी को पूर्ण मनोयोग एवं कुशलता से करने के लिए प्रेरित किया। पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उत्तम कुमार शर्मा ने पंचकर्म विधा के आवश्यक पहलुओं जैसे कार्य कुशलता स्वच्छता एवं कार्य में सावधानी आदि की ओर पंचकर्म सहायकों का ध्यान आकर्षित किया एवं अपने कार्य से पीड़ित मानवता की सेवा करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मयंक भट्टकोटी ने किया एवं डॉ ज्ञानेंद्र शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उत्तम कुमार शर्मा के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण के अंतर्गत उत्तराखंड के विभिन्न राजकीय चिकित्सालयों में कार्यरत 20 पंचकर्म सहायकों को पंचकर्म की विधियों जैसे वमन कर्म, विरेचन कर्म, नस्य कर्म, शिरोधारा, कटि वस्ति, पत्र पिंड स्वेद आदि का प्रत्यक्ष ज्ञान कराया गया एवं थेरेपी के नवाचार के बारे में भी उन्हें प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण का कार्य विभाग के शिक्षकों डा उत्तम कुमार शर्मा,डॉ मयंक भटकोटि, डॉ ज्ञानेंद्र शुक्ला, डॉ शिखा पांडे एवं अन्य संस्थाओं पतंजलि आयुर्वेद संस्थान हरिद्वार, चरक आयुर्वेद संस्थान दिल्ली, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के विद्वानों द्वारा किया गया। गुरुकुल परिसर के परिसर निदेशक प्रोफेसर विपिन कुमार पांडे ने बताया कि उत्तराखंड सरकार द्वारा इस माह एक अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 26 मई से 30 मई तक संपन्न किया जाना है ।
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