गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति हुए सेवानिवृत्त

 प्रो० सोमदेव शतांशु का भव्य विदाई समारोह किया गया आयोजित

हरिद्वार 1 जून गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय के प्रो० सोमदेव शतांशु की 31 मई 2024 को सेवानिवृत्ति के अवसर पर भव्य सौप्रस्थानिक समारोह आयोजित किया गया। प्रो० सोमदेव शतांशु ने 34 वर्ष के सुदीर्घ सेवाकाल में विभागाध्यक्ष, डीन एवं कुलपति आदि अनेक पदों को सुशोभित किया। उनके विदाई समारोह में देश के ओडिशा, दिल्ली, हरयाणा, पञ्जाव, छत्तीसगढ एवं यूपी आदि विभिन्न प्रान्तों से प्रायः 400 से अधिक उनके शुभचिन्तक उपस्थित रहे। वैदिक संस्कृति के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार, स्वामी श्रद्धानन्द जी के स्वप्न को साकार तथा सामाजिक जागरूकता के लिए उनके द्वारा किए जा प्रयासों के लिए सभी ने उनकी उन्मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। नोयडा से पधारे डा० जयेन्द्र शास्त्री ने हे वेदों के विद्वान् आपका अभिनन्दन गीत से सबको मन्त्रमुग्ध कर दिया। ओडिशा से पधारी डा० अहल्या नायक ने ओडिशा के आदिवासी बहुल क्षेत्र में लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए उनके द्वारा चलाए जा रहे छात्र एवं छात्राओं के गुरुकुल का परिचय दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय से पधारे डा० सत्यकेतु ने जिनसे यह पुण्य भूमि हुई धन्य है गीत गाकर सबको भावुक कर दिया। प्रो० श्रवण कुमार ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आपको कैसे निखारा जाये, प्रो० शतांशु जी का जीवन इसका साक्षात् निदर्शन है। प्रो० भारतभूषण जी सेवानिवृत्ति के अवसर पर सोमदेव शतांशु जी के सुदीर्घ सुस्वास्थ्य की कामना की। प्रो० सोमदेव शतांशु जी की प्रारम्भिक शिक्षा दीक्षा मेरठ के गुरुकुल प्रभात आश्रम में सम्पन्न हुई है। गुरुकुल प्रभात आश्रम के मन्त्री प्रो० वाचस्पति जी ने कहा कि बाल्यकाल से ही प्रो० सोमदेव शतांशु मेधावी संयमी एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं। संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो० ब्रह्मदेव विद्यालंकार ने कहा कि अपने कुलपति के लगभग डेढ वर्ष के कार्यकाल में विश्वविद्यालय में कराए गए विभिन्न आयोजनों से स्पष्ट होता है कि प्रो० सोमदेव जी लब्धप्रतिष्ठ विद्वान् होने का साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों में भी कुशल हैं। उनके नेतृत्व में विभाग ने बहुमूल्य उपलब्धियों को प्राप्त किया है। मुझे आशा है कि भविष्य में आपका मार्गदर्शन सतत विभाग को प्राप्त होता रहेगा। अन्त में प्रो० सोमदेव शतांशु जी के पुत्री अदिति एवं पुत्र उदयन ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी शुभचिन्तकों का धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो० श्रवण शर्मा, प्रो० नवनीत, प्रो० विवेक गुप्ता, प्रो० देवेन्द्र गुप्ता, प्रो० सुरेन्द्र त्यागी, विपिन शर्मा, ji पवन कुमार, मनोज कुमार, बबलू वेदालंकार, भारत वेदालंकार, भगवानदास शास्त्री, डा० वेदव्रत, डा० शिवानन्द, राजेश सेठी, योगेश मोवार आदि उपस्थित रहे।


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