समावेशी शिक्षा एवं विशिष्ट शिक्षा में अंतर (Difference between Inclusive Education and Special Education)
1. समावेशी शिक्षा के अंतर्गत विशिष्ट तथा सामान्य बालकों को एक साथ एक ही शैक्षिक वातावरण में शिक्षा दी जाती है।
1. जबकि विशिष्ट शिक्षा के अंतर्गत विशिष्ट बालकों को अलग विद्यालयों में सभी विशिष्ट सुविधाओं के साथ शिक्षा दी जाती है।
2. जब असमर्थ बालक को सामान्य विद्यालय में शिक्षा दी जाती है तो वह शैक्षिक तौर पर अपने आप को विद्यालय में समायोजित कर लेता है तथा उसके मन में यह विचार नहीं आता कि वह दूसरे बालकों की अपेक्षा किसी भी क्षेत्र में कम है।
2. जबकि विशिष्ट विद्यालयों में यह संभव नहीं हो पाता।
3. समावेशी या समन्वित शिक्षा कम खर्चीली है
3. विशिष्ट शिक्षा अधिक खर्चीली है।
4. समावेशी शिक्षा द्वारा सामाजिक मूल्यों का विकास होता है क्योंकि सभी बालक आपस में सहानुभूति, सहायता, दयालुता भाईचारा आदि सामाजिक गुणों को विकसित करते हैं।
4. विशिष्ट शिक्षा में यह संभव नहीं हो पाता और सभी बाधित छात्र अपने आप को अलग-थलग पाते हैं।
5. समावेशी शिक्षा से छात्र में एकीकरण की भावना का विकास होता है।
5. विशिष्ट शिक्षा से छात्र में हीन भावना उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है।
6. सामान्य विद्यालयों में असमर्थ बालकों को प्राकृतिक वातावरण प्राप्त होता है जब असमर्थ बालक सामान्य बालको के साथ साधारण विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करते हैं तो उनमें इस भावना का विकास नहीं होता कि वह किसी प्रकार से सामान्य बालको से कम है।
6. विशिष्ट विद्यालय में बालक, अन्य बालको के साथ प्राकृतिक वातावरण स्थापित नहीं कर पाते।
Follow Us for more.
YouTube handle -@palakmaam
No comments:
Post a Comment