*इस्लाम के जिहादियों के सर्वनाश की कामना से माँ माया देवी व आनंद भैरव की शरण मे पहुँचे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी*
*इस्लाम के जिहाद को मानवता का कैंसर घोषित करे सनातन धर्म के धर्मगुरु-महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी*
*बांग्लादेश के हिंदुओ के जघन्य नरसंहार को देखकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने विश्व के सभी गैर मुस्लिम राष्ट्र के राष्ट्रध्यक्षो को लिखेंगे पत्र*
*विश्व धर्म संसद सम्पूर्ण विश्व को इस्लाम के जिहाद की गम्भीरता समझा सकती है-डॉ उदिता त्यागी*
हरिद्वार 7 अगस्त ( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार ) शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदसनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी व अपने शिष्यों यति रामस्वरूपानंद, यति नित्यानंद,यति रणसिंहानन्द, यति अभयानंद व अन्य के साथ हरिद्वार आए जहां उन्होंने माया देवी मंदिर में मां के दर्शन करके उनसे हिंदुओ को सद्बुद्धि व शक्ति देने की प्रार्थना की तथा निर्दोष हिंदुओ का जघन्य नरसंहार करने वाले इस्लाम के जिहादियों का समूल विनाश करने की प्रार्थना की।उन्होंने आनंद भैरव मंदिर में दर्शन करके वहाँ भी यही प्रार्थना की।महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहन्त महेश पूरी जी महाराज,कोठारी थानापति श्रीमहन्त महाकाल गिरी जी महाराज,श्रीमहन्त सुरेशानंद सरस्वती जी महाराज,महंत हीरा भारती जी महाराज,महंत रतन गिरी जी महाराज व महंत गौतम गिरी जी महाराज से भेंट करके उन्हें परिस्थितियों से अवगत कराया।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने बांग्लादेश में चल रहे भयंकर हिंदू नरसंहार पर गहरा दुख प्रकट करते हुए सनातन के धेमगुरुओ से इस्लाम के जिहाद को धरती का कैंसर घोषित करने का आह्वान किया।
एक वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि इतने भयंकर हिंदू नरसंहार पर हिंदुओ का मौन बहुत ही अशुभ है।हिंदुओ ने अपने आप को भेड़ बकरी समझ कर अपनी नियति से समझौता कर लिया है।साहसिक व समर्पित नेतृत्व के अभाव में हिंदुओ के मन में यह भावना बैठ गई है की वो इस्लाम के जिहादियों का मुकाबला कर ही नहीं सकते और धीरे धीरे जिहादियों का शिकार बनना ही उनकी नियति है।इसी भावना के कारण ही अब हिंदू समाज ने कोई भी गंभीर प्रतिरोध करना छोड़ दिया है।अब बस कुछ हिंदू सोशल मीडिया अब थोड़ा बहुत रूदन कर रहे हैं अन्यथा तो अब हिंदुओ पर हो रहे अमानवीय अत्याचारों की चर्चा कहीं भी नहीं है।अगर कुछ समय और ऐसा चलता रहा तो हिंदू नाम का जीव धरती से विलुप्त हो जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस्लाम के जिहादी केवल हिन्दुओ का नरसंहार नहीं कर रहे हैं बल्कि जहाँ भी जिसने उन्होंने इन पर तरस खा कर शरण दी,वहीँ पर उन लोगो को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।उनका यह व्यवहार बिल्कुल ऐसा ही है जैसे मानव के शरीर में कैंसर की कोशिकाएं काम करती हैं।अतः आज सम्पूर्ण मानवता और सभ्य समाज को इस्लाम के जिहाद को धरती और मानवता का कैंसर घोषित करना चाहिये ताकि हमारी आने वाली नस्ले इससे सावधान होकर अपने जीवित रहने का मार्ग खोज ले।इस्लाम के जिहाद को सम्पूर्ण मानवता का कैंसर घोषित करने की पहल सनातन धर्म के धर्मगुरुओ को करनी चाहिए ताकि धर्म और घोर अधर्म की इस लड़ाई में हमारा भी योगदान सुनिश्चित हो।अगर सनातन के धर्मगुरु ऐसा नहीं करेंगे तो सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता कभी भी हमें क्षमा नहीं करेगी।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज इस्लाम के जिहाद के विषय मे सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिम राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्षो को पत्र लिखकर उन्हें इस्लाम के जिहाद से सावधान रहने का निवेदन करेंगे।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के साथ माया देवी मंदिर आई विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी ने भी सभी धर्मगुरुओ से इस अंतिम धर्मयुद्ध में धर्म का पक्ष लेने की गुहार लगाते हुए कहा कि सनातन के धर्मगुरुओ को सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिम धर्मगुरुओ से सम्पर्क करके सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिये ठोस योजना बनानी चाहिए।अगर सनातन के धर्मगुरु सहयोग और संरक्षण दे तो विश्व धर्म संसद इसमें अति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
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